फतेह लाइव, रिपोर्टर.






































24 नवंबर को सिंदरी के कांड्रा गुरुद्वारा साहिब में श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व का आयोजन पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ किया गया। इस पवित्र अवसर पर गुरबानी कीर्तन, शब्द गायन, और अरदास जैसे धार्मिक कार्यक्रमों ने संगत को गुरु जी की शिक्षाओं से जोड़ा।
गुरुद्वारा में हरजस कीर्तनी जत्था द्वारा कीर्तन का आयोजन किया गया, जिसमें कीर्तनीयों ने अपनी मधुर वाणी से संगत को निहाल किया।इनमें वीर रविप्रीत सिंह,
वीर दलजीत सिंह, वीर नरेंद्र सिंह
वीर सुरेंद्र सिंह, वीर जसवंत सिंह
वीर रोमी सिंह शामिल हैं।
लंगर की सेवा ने सिख धर्म की मूल भावनाओं—सेवा, समानता और परोपकार—को साकार किया। संगत ने मिलकर गुरु नानक देव जी के संदेश, जैसे सत्य, सरलता और मानवता के प्रति सेवा को आत्मसात करने का प्रयास किया।
इस प्रकार के आयोजन न केवल धार्मिक महत्व रखते हैं, बल्कि समुदाय के बीच प्रेम, एकता और सद्भाव को भी बढ़ावा देते हैं। संगत की भागीदारी ने इसे एक सफल और प्रेरणादायक आयोजन बनाया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में हरबिंदर सिंह,
परमजीत सिंह, गोलू सिंह,
बलविंदर सिंह, हीरा सिंह,
गुरमीत सिंह, सुखदेव सिंह, मुख्तार सिंह, मोंटी सिंह,
कमलजीत कौर, सरबजीत कौर,
मंजीत कौर, बलजीत कौर, शरणजीत कौर, निंदर कर आदि का सहयोग रहा।