- स्मार्ट मीटर के बावजूद उपभोक्ताओं की कम भुगतान प्रवृत्ति जारी, फरवरी में 400 करोड़ के पार जाने की उम्मीद
फतेह लाइव, रिपोर्टर
झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) ने जनवरी 2025 में 352 करोड़ रुपये का राजस्व वसूल किया, जो पिछले माह की तुलना में कम है. जेबीवीएनएल आम तौर पर हर माह औसतन 400 करोड़ रुपये की वसूली करता है, लेकिन इस बार राजस्व में कमी आई है. इसका मुख्य कारण यह है कि जनवरी माह में केवल 80 प्रतिशत उपभोक्ताओं की बिलिंग हो पाई थी, जिसके कारण वसूली में गिरावट आई है. स्मार्ट मीटर के तहत उपभोक्ताओं को अग्रिम भुगतान करना होता है, लेकिन कई उपभोक्ता बिलों का भुगतान समय पर नहीं कर रहे हैं, जिससे भी वसूली में कमी आई है. इस स्थिति से निपटने के लिए जेबीवीएनएल ने उपभोक्ताओं को व्हाट्सएप के माध्यम से बिल जमा करने के लिए संदेश भेजना शुरू कर दिया है.
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विभाग का मानना है कि फरवरी माह में राजस्व 400 करोड़ रुपये के पार पहुंच जाएगा. रांची शहर में स्मार्ट मीटर की स्थिति भी सुधर रही है. रांची के 3.50 लाख उपभोक्ताओं में से 3.08 लाख घरों में स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं. इसके अलावा, हजारीबाग में 25 हजार और धनबाद में 80 हजार घरों में स्मार्ट मीटर की व्यवस्था की जा चुकी है. रांची में सभी स्मार्ट मीटर को प्रीपेड कर दिया गया है, जबकि धनबाद और हजारीबाग में अभी मीटर रीडिंग के आधार पर बिल भेजे जा रहे हैं. विभाग का कहना है कि मार्च तक हजारीबाग और धनबाद में भी स्मार्ट मीटर को प्रीपेड किया जाएगा.