- चेकिंग के दौरान प्लेटफॉर्म संख्या-2 पर संदिग्ध हालत में मिले बालक, चाइल्डलाइन को सौंपा गया
- RPF की मुस्तैदी से दो बच्चों को मिला नया जीवन, तस्करी की आशंका टली
फतेह लाइव, रिपोर्टर
रेल सुरक्षा बल (RPF), रांची द्वारा कमांडेंट पवन कुमार के निर्देश पर 7 जुलाई 2025 को रांची रेलवे स्टेशन पर मानव तस्करी के विरुद्ध एक विशेष अभियान चलाया गया. इस अभियान के दौरान AHTU (एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट) की टीम ने प्लेटफॉर्म संख्या-2 पर दो नाबालिग बालकों को संदिग्ध अवस्था में घूमते हुए पाया. पूछताछ के बाद उनकी पहचान प्रकाश अक्का (11 वर्ष) और मनोज टोप्पो (10 वर्ष) के रूप में हुई, जो रांची के चुटिया थाना क्षेत्र के निवासी हैं. दोनों ने बताया कि वे परिवार की खराब आर्थिक स्थिति के कारण काम की तलाश में स्टेशन पहुंचे थे, लेकिन उन्होंने अपने परिजनों को इसकी जानकारी नहीं दी थी.
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RPF ने प्लेटफॉर्म पर की सतर्क निगरानी, समय रहते रोका बड़ा खतरा
RPF टीम ने तत्परता दिखाते हुए दोनों बच्चों को अपने संरक्षण में लिया और सभी कानूनी प्रक्रियाएं पूरी करने के बाद उन्हें चाइल्ड लाइन, रांची को सौंप दिया गया. रेल सुरक्षा बल ने एक बार फिर यह साबित किया कि वह बच्चों की सुरक्षा और मानव तस्करी जैसे गंभीर मामलों को लेकर पूरी तरह संवेदनशील और सक्रिय है. RPF का यह प्रयास न सिर्फ सराहनीय है बल्कि समाज के लिए एक सकारात्मक संदेश भी देता है कि रेलवे स्टेशन जैसे सार्वजनिक स्थलों पर बाल सुरक्षा को लेकर गंभीर कदम उठाए जा रहे हैं.