भाजपा नेता अंकित आनंद ने राज्यपाल को लिखा पत्र, कहा- लॉ कॉलेज का निर्णय प्राकृतिक और नैसर्गिक न्याय के सिद्धांतों के विपरीत
फतेह लाइव, रिपोर्टर.
जमशेदपुर में कोल्हान विश्वविद्यालय (केयू) और जमशेदपुर को-ऑपरेटिव लॉ कॉलेज के गैर-जिम्मेदाराना रवैये से LLB 5वें सेमेस्टर के छात्र-छात्राएं भारी संकट में हैं. कॉलेज प्रशासन ने 5वें सेमेस्टर की प्रायोगिक और वायवा परीक्षा केवल एक ही दिन, 30 अप्रैल 2025 को आयोजित करने का निर्णय लिया है, जबकि इसी दिन बीपीएससी मेन्स परीक्षा भी निर्धारित है, जिससे कई विद्यार्थी प्रभावित हो रहे हैं और वायवा परीक्षा से वंचित रह जायेंगे.
छात्रों की समस्याओं को गंभीरता से उठाते हुए भाजपा के पूर्व जिला प्रवक्ता अंकित आनंद ने राज्यपाल, कुलपति कोल्हान विश्वविद्यालय, परीक्षा नियंत्रक, को-ऑपरेटिव लॉ कॉलेज के प्राचार्य और उपायुक्त पूर्वी सिंहभूम को ई-मेल के माध्यम से उच्च प्राथमिकता वाला पत्र भेजा है. उन्होंने पत्र में मांग की है कि परीक्षा को कम से कम दो दिनों में आयोजित किया जाए, ताकि सभी छात्र समान अवसर प्राप्त कर सकें. भाजपा नेता अंकित ने लॉ कॉलेज प्रशासन को असंवेदनशील बताया है.
कहा कि मनमानी किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं होगी. कोल्हान यूनिवर्सिटी ने 5 दिनों तक वायवा परीक्षा आयोजित करने को कहा है न कि केवल एक दिन. जमशेदपुर को-ऑपरेटिव लॉ कॉलेज छात्रों पर अन्यायपूर्ण निर्णय थोपना बंद करे अन्यथा छात्रों के भविष्य से खिलवाड करने का दोषी माना जायेगा. कॉलेज प्रबंधन का कृत्य प्राकृतिक और नैसर्गिक न्याय के सिद्धांतों के विपरीत है जो चुनौती देने पर कोर्ट ऑफ लॉ में टिक नहीं पायेगी.
पत्र में अंकित आनंद ने कॉलेज प्रशासन और परीक्षा विभाग पर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है उन्होंने प्रश्न उठाया है कि विश्वविद्यालय के स्पष्ट निर्देश के बावजूद परीक्षा केवल एक दिन क्यों रखी गई और छात्रों के भविष्य की अनदेखी क्यों की जा रही है. मालूम हो कि कोल्हान यूनिवर्सिटी की अधिसूचना में 28 अप्रैल से 2 मई 2025 तक उक्त परीक्षा आयोजित करने का उल्लेख है. फिलहाल अभ्यर्थी छात्र विश्वविद्यालय और कॉलेज प्रशासन से न्यायोचित निर्णय की प्रतीक्षा कर रहे है.