फतेह लाइव, रिपोर्टर.






































सरायकेला-खरसावां जिला में बीते कल यानी मंगलवार को हुए स्क्रैप सिंडिकेट के लाइजनिंग सिस्टम की ऑडियो की चर्चा झारखंड पुलिस मुख्यालय तक हो चुकी है. फतेह लाईव के बाद और एक न्यूज चैनल पर प्रसारित ऑडियो का लिंक पुलिस विभाग से लेकर स्क्रैप सिंडिकेट के बड़े-बड़े सरगनाओं तक पहुंच गया.
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सूत्रों के हवाले से खबर आई है कि इस मामले पर एसपी द्वारा डीएसपी को पूरे प्रकरण की जांच का आदेश दे दिया गया है. इधर फतेह लाईव और उक्त न्यूज चैनल को खबरें रोकने और डिलीट करने के लिए एक रूलिंग पार्टी के नेता द्वारा काफी मान-मनौव्वल भी किया गया.
हालांकि अभी कुछ बड़े खुलासों की भी चर्चा तेज हो गई है. उम्मीद है कि अभिजीत कंपनी से करोड़ों की स्क्रैप की खरीद-बिक्री में शामिल दर्जनों माफियाओं पर गाज भी गिर जाए.
कल जैसे ही फतेह लाईव द्वारा स्क्रैप माफिया और लाईजनर सिपाही ओपी की कहानी वायरल हुई. वैसे ही सैकड़ों सरकारी अधिकारी और स्क्रैप धंधेबाजों तक खबरें वायरल हो गई. फिर क्या था बाजार में दहशत फ़ैल गई कि शायद कोल्हान में दर्जनों स्क्रैप टाल और गोदाम बंद हो जाएंगे.
छह माह पहले सरायकेला-खरसंवा में डॉ विमल कुमार ने पदभार ग्रहण करते ही सभी धंधे सख्ती से बंद करवाए थे. यहां तक कि एसपी खुद फिल्ड में छापेमारी करने निकल जाते थे.बस इसी तरह वर्तमान एसपी मुकेश लुणायत ने भी सभी थानेदारों को अवैध धंधों पर लगाम लगाने की चेतावनी दे दी है.
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आशिकारिक सूत्रों की मानें तो डीएसपी की जांच के बाद ओमप्रकाश सिंह का निलंबन, स्थानांतरण या लाईन हाजिर होना तय माना जा रहा है. अब देखने वाली बात है कि इतने बड़े स्क्रैप सिंडिकेट के बड़े-बड़े सरगनाओं तक पहुंचने में पुलिस किन बिंदुओं पर जांच कर रही है. हालांकि पुलिस महकमे में यह भी चर्चा रही कि उक्त जवान को पहले हटाया जाना चाहिए था.