• जिला प्रशासन और सूचना विभाग की पहल, नशा मुक्ति अभियान को जन-जन तक पहुंचाने की अपील
  • सेमिनार में मादक पदार्थों के प्रभाव पर दिखाए गए वीडियो, मीडिया को बताया गया जागरूकता का महत्त्व
  • मीडिया को बताया गया समाज में जागरूकता फैलाने का दायित्व, सभी ने लिया नशामुक्ति का संकल्प
  • युवाओं को बताया गया बदलाव के दूत बनने का मंत्र, जागरूकता ही समाधान

फतेह लाइव, रिपोर्टर

गिरिडीह जिले में मादक पदार्थों के सेवन की रोकथाम को लेकर जिला सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के प्रांगण में बुधवार को एक विशेष सेमिनार का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य मीडिया प्रतिनिधियों को नशा मुक्ति अभियान में भागीदार बनाना और समाज में व्यापक स्तर पर जागरूकता फैलाना था. सेमिनार के दौरान मादक पदार्थों के सेवन से होने वाले स्वास्थ्यगत, सामाजिक और मानसिक दुष्प्रभावों पर विस्तार से जानकारी दी गई. प्रेजेंटेशन, वीडियो, पीपीटी और रील के माध्यम से विशेषकर युवाओं और किशोरों को नशे से होने वाले नुकसान समझाए गए. इसके साथ ही नुक्कड़ नाटक और एलईडी प्रचार वाहन के माध्यम से आमजन को जागरूक करने की योजना को भी प्रस्तुत किया गया.

इसे भी पढ़ें : Jamshedpur : जुगसलाई में ब्राउन शुगर तस्करी का भंडाफोड़, मो. सलमान उर्फ फड्डन गिरफ्तार

इस अवसर पर जिला जनसंपर्क पदाधिकारी अंजना भारती ने मीडिया प्रतिनिधियों को नशा मुक्ति अभियान में सहयोग करने की अपील की. उन्होंने कहा कि मीडिया न केवल सूचना का माध्यम है, बल्कि यह जनमत निर्माण और सामाजिक चेतना फैलाने में भी अत्यंत प्रभावशाली भूमिका निभाता है. उन्होंने नशा से संबंधित शारीरिक, मानसिक और पारिवारिक समस्याओं पर चिंता व्यक्त की और कहा कि इस सामाजिक बुराई को समाप्त करने में मीडिया की भागीदारी बेहद आवश्यक है. उन्होंने शपथ दिलाई कि हम सभी मिलकर नशा मुक्त समाज के निर्माण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करेंगे. सेमिनार में उपस्थित सभी प्रतिभागियों ने हस्ताक्षर अभियान में भाग लिया और नशे के विरुद्ध अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की.

इसे भी पढ़ें : Jamshedpur : आपातकाल के 50 वर्ष : रघुवर दास ने कांग्रेस पर बोला तीखा हमला, कहा- लोकतंत्र की हत्या का जिम्मेदार सत्ता लोभी दल

सेमिनार में जिला सांख्यिकी पदाधिकारी जितेंद्र कुमार दुबे ने कहा कि नशा एक अभिशाप है और इससे बचाव के लिए युवाओं की भागीदारी सबसे जरूरी है. उन्होंने कहा कि बदलाव की शुरुआत स्वयं से होती है. हमें न केवल अपने परिवार को, बल्कि समाज को भी इस दिशा में जागरूक करना होगा. खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी ने भी जागरूकता को नशा मुक्ति के सबसे प्रभावशाली उपायों में एक बताया और कहा कि जन-जागरूकता के माध्यम से ही इस सामाजिक समस्या को जड़ से समाप्त किया जा सकता है. सभी वक्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि प्रचार-प्रसार, जनसंवाद और सामाजिक सहयोग से ही इस अभिशाप को समाप्त किया जा सकता है.

इसे भी पढ़ें : Giridih : नगर निगम क्षेत्र में नशे के खिलाफ जागरूकता अभियान, महिलाओं ने मानव श्रृंखला बनाकर दी प्रेरणा

रेडक्रॉस सोसायटी के अध्यक्ष अरविंद कुमार ने कहा कि नशा न केवल स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि पारिवारिक और सामाजिक ताने-बाने को भी तोड़ता है. उन्होंने बताया कि नशा अपराध, दुर्घटना और घरेलू हिंसा का भी प्रमुख कारण बनता है. समाज को नशा से मुक्त करने के लिए हमें एकजुट होकर अभियान चलाना होगा. इस दौरान कई मीडिया प्रतिनिधियों ने भी अपने विचार साझा किए और जिला प्रशासन की इस पहल की सराहना की. सेमिनार के अंत में हस्ताक्षर अभियान चलाकर लोगों को नशा से दूर रहने और दूसरों को भी जागरूक करने का संदेश दिया गया. प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया प्रतिनिधियों के साथ-साथ जनसंपर्क कार्यालय के अधिकारी एवं कर्मी इस कार्यक्रम में मौजूद थे.

Share.
© 2025 (ਫਤਿਹ ਲਾਈਵ) FatehLive.com. Designed by Forever Infotech.
Exit mobile version