फतेह लाइव, रिपोर्टर.

झारखंड में बीते दिनों राज्य के पुलिस मुख्यालय से जारी दो आदेश ने सरायकेला-खरसावां के सर्किल और थाने में इंस्पेक्टर के पद को खाली कर दिया है.कारण था तीन-चार वर्षों के अंतराल में घूम फिर कर वापस कोल्हान का चक्कर काट रहे कुछ इंस्पेक्टर जिन्हें टारगेट करते हुए जिला से हटाया गया. ऐसे में कुछ को पश्चिम सिंहभूम तो कुछ को एसीबी व सीआईडी भेजा गया. इनमें पूर्व गम्हरिया थाना प्रभारी राजू, कांड्रा थाना प्रभारी अंजनी कुमार और यातायात थाना प्रभारी सरायकेला राजेश सिंह, जो कि तीनों 1994 बैच के शामिल हैं, जिन्हें पश्चिमी सिंहभूम जिला भेजा गया.

इस बीच लंबे समय लगभग तीन महीने तक सर्किल इंस्पेक्टर चांडिल का पद प्रभार में ही रहा, जबकि इन तीनों इंस्पेक्टर के बदले जिला को तीन म नये इंस्पेक्टर मिल चुके हैं, जो वेटिंग फॉर पोस्टिंग रह रहे हैं. कुछ महीने के अंतराल में पुनः मुख्यालय से एक आदेश जारी हुआ और आदित्यपुर थाना प्रभारी राजीव सिंह (1994 बैच),गम्हरिया थाना प्रभारी कुणाल कुमार (2012 बैच) और सरायकेला सर्किल इंस्पेक्टर शंभू गुप्ता (1994 बैच) भी मुख्यालय के आदेश पर तलब कर लिए गए.

हालांकि रामनवमी और होली के कारण इन तीनों इंस्पेक्टर को विरमित नहीं किया गया था, लेकिन दो दिन पहले ही पर्व-त्यौहारों की समाप्ति के साथ ही राजीव सिंह को एसीबी और शंभू गुप्ता को सीआईडी के लिए जिला से विरमित कर दिया गया. इधर गम्हरिया थाना प्रभारी कुणाल कुमार का भी तबादला सीआईडी में होने के बावजूद फिलहाल अपनी कुर्सी बचाए हुए हैं लेकिन आगे वे इस पद पर रह पाएंगे या नहीं ये तो वक्त बताएआ.

इधर आदित्यपुर थाना और सरायकेला सर्किल इंस्पेक्टर का पद खाली पड़ा हुआ है, जबकि चांडिल सर्किल यातायात थाना प्रभारी अजय तिवारी को प्रभार में मिला हुआ है. ऐसे में दूसरे जिला से आए इंस्पेक्टर विनोद तिर्की, राजेश टुडू और संजय कुमार टकटकी लगाए बैठे हैं कि शायद तीन खाली जगहों पर हमें भी अवसर मिले.

सता रही चिंता अगली सूची में कौन होगा टारगेट?

मुख्यालय इस बात को लेकर गंभीर है कि जिलों या एक ही प्रमंडल में बार-बार पोस्टिंग करवा रहे दरोगा-सिपाही को टारगेट कर दूसरे जिला में भेजा जाए. विधानसभा चुनाव 2024 के दौरान हुए ट्रांसफर-पोस्टिंग पर फतेह लाईव ने एक खबर छापी थी कि जमशेदपुर और सरायकेला खरसावां के ज्यादातर इंस्पेक्टर सेटिंग कर अगल-बगल जिला में घूम रहे हैं. इस बात को भी यह खबर प्रमाणित करती है, जिससे अब कुछ इंस्पेक्टर जिला से बाहर गए हैं, जबकि कुछ और जाने वाले हैं. पुलिस सूत्रों की मानें तो फिर एक सूची जारी होने वाली है जिसमें पड़ोसी जिलों में पोस्टेड इंस्पेक्टर हटाए जा सकतें हैं.

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