फतेह लाइव, रिपोर्टर.

जमशेदपुर के डी. बी.एम.एस. कॉलेज ऑफ एडुकेशन की एन एस एस इकाई-1 के द्वारा “विश्व योगा दिवस” के अवसर पर वीडियो निर्माण किया गया. योग एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें मनुष्य अपने मन, शरीर और आत्मा को एक साथ लाने का प्रयास करता है. योग एक संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ है मिलना या एक होना. योग की उत्पत्ति भारतीय संस्कृति से हुई है. लोग लगभग 5000 साल पहले से योग का अभ्यास कर रहे हैं. योग में मुख्य रूप से शारीरिक फिटनेस शामिल नहीं है; योग में लोग मानसिक ध्यान और श्वास विधियों के माध्यम से अपने शरीर और मन को नियंत्रित करने का प्रयास करते हैं.

डी.बी.एम.एस कॉलेज ऑफ़ एजूकेशन के विद्यार्थियों गुर सिमरन कौर, रूपा कुमारी, ज्योति कुमारी, प्रीती बुढ़, सृष्टि कुमारी, निक्की तामसोय, परिमल पॉल, कुमारी शिवानी टुडू, रोहित पोद्दार, वर्षा श्रीवास्तव, सिद्धि जलान द्वारा भिन्न-भिन्न योगासन का प्रदर्शन किया गया. ताड़ासन, वृक्षासन, भुजंगासन, अर्धहलासन, नौकासन के द्वारा यह बताने का प्रयास किया कि “योग से ही सब होगा”. योग सभी बीमारियों का निदान करने का एक मार्ग है.

इस वीडियो का निर्माण तकनीकी विशेषज्ञ सुदीप प्रामाणिक द्वारा किया गया. इस कार्यक्रम का संचालन एनएसएस प्रोग्राम ऑफिसर पूनम कुमारी के द्वारा किया गया. इस कार्यक्रम में शिक्षार्थियों ने अपना विशेष योगदान दिया.

सभी को जागरुक करते हुए प्राचार्या डॉ जूही समर्पिता ने संदेश दिया कि हम सभी को जीवन में योग को महत्वपूर्ण स्थान देना चाहिए और रोजाना योग करना चाहिए. श्रीप्रिया धर्मराजन, सचिव डीबीएमएस कॉलेज ऑफ एडुकेशन ने कहक कि हमें योगा करने के लिए योग दिवस का इंतजार नहीं करना चाहिए. आज का कार्यक्रम “विश्व योगा दिवस” सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ, सभी छात्रों ने सक्रिय रूप से भाग लिया.

इस मौके पर बी. एड. महाविद्यालय में योगा के द्वारा जीवन संरक्षण के संदेश महाविद्यालय की उप सचिव सुधा दिलीप, उप प्राचार्या डॉ मोनिका उप्पल द्वारा दिए गए. इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी शिक्षकगण, सहायक कर्मचारियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा.

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