Jamshedpur.
सिंहभूम चैम्बर के उपाध्यक्ष (जनसंपर्क एवं कल्याण) मुकेश मित्तल ने टाटा स्टील लिमिटेड कॉर्पोरेट सर्विसेज के उपाध्यक्ष चाणक्य चौधरी से “गैर कर्मचारियों के बच्चों को एसएनटीआई तकनीकि पुस्तकालय के उपयोग की अनुमति देने की मांग की है. उन्होंने ज्ञापन में कहा है कि एक सदी पहले अपनी स्थापना के बाद से ही दशकों तक टाटा स्टील लिमिटेड, स्टील उत्पादक होने के बावजूद इस शहर में रहने वाले लोगों की सामाजिक जरूरतों और आकांक्षाओं के लिये कार्य करता रहा है, जो कंपनी के द्वारा अपनाई गई नीतियों के तहत कमजोर वर्ग के लोगों के उत्थान के लिये स्पष्ट रूप से परिलक्षित होता है.


टाटा स्टील ने अपने कर्मचारियों एवं उनके बच्चों की शैक्षिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिये बहुत पहले एक तकनीकी पुस्तकालय की स्थापना की है जो केवल टाटा कर्मचारियों एवं उनके बच्चों के उपयोग के लिये ही है. यह समझा जाता है कि एसएनटीआई पुस्तकालय में उपलब्ध तकनीकि पुस्तकों का इसके तकनीकि कर्मियों द्वारा अपने ज्ञान को बढ़ाने और इस्पात निर्माण, बिजली संयंत्र संचालन आदि में नवीनतम विकास के साथ खुद को आगे स्थापित रखने के लिये उपयोग किया जा रहा है. संक्षेप में, टाटा स्टील के कर्मियों और उनके बच्चों को उन्हें प्रदान की जाने वाली इस पुस्तकालय सुविधा से अत्याधिक लाभ हुआ है.
जमशेदपुर में हजारों बच्चे हैं जो तकनीकि शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, लेकिन अपने माता-पिता की कमजोर आर्थिक स्थिति के कारण अपनी पढ़ाई को प्रभावी ढंग से आगे बढ़ाने के लिये महंगी तकनीकि किताबें खरीदने में असमर्थ हैं. आपसे अनुरोध किया जाता है कि पुस्तकालय की संपत्ति की सुरक्षा की आवश्यक जाँच के साथ-साथ एक उचित प्रणाली विकसित की जाये ताकि एसएनटीआई पुस्तकालय में उपलब्ध तकनीकि पुस्तकें गैर कर्मचारियों के बच्चों तक भी पहुंच सके.
मित्तल ने कहा कि हम आशा करते हैं, सद्भावना संकेत के रूप में, शहर के गैर-कर्मचारियों के बच्चों की आकांक्षाओं को ध्यान में रखते हुये उपरोक्त विषय के आलोक में इस मामले पर विचार किया जायेगा.
इन्हें भी दी गई मांग पत्र की प्रति
1) टी.वी. नरेन्द्रन, ग्लोबल सीईओ एवं प्रबंध निदेशक, टाटा स्टील लि0,
24, होमी मोदी स्ट्रीट, फोर्ट, मुंबई
2) धमेन्द्र प्रधान, माननीय शिक्षा मंत्री, भारत सरकार, नई दिल्ली
3) डा. विरेन्द्र कुमार, मंत्री, सामाजिक न्याय एवं सशक्तिकरण, भारत सरकार, नई दिल्ली
4) सुखदेव सिंह, भा.प्र.से., मुख्य सचिव, झारखण्ड सरकार, रांची
5) जोबा मांझी, मंत्री, महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग, झारखण्ड सरकार, रांची
6) बन्ना गुप्ता, स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा, परिवार कल्याण एवं आपदा प्रबंधन विभाग, झारखण्ड सरकार, रांची
7) सरयू राय, विधायक, जमशेदपुर पूर्वी
8) सचिव, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विकास विभाग, झारखण्ड सरकार, राँची
9) विजया जाधव, भा.प्र.से, उपायुक्त, पूर्वी सिंहभूम, जमशेदपुर