फतेह लाइव, रिपोर्टर.
टाटानगर स्टेशन के सामने मुख्य सड़क पर करीब पांच दशक से स्थित मोहित हिन्दू होटल भी चर्चित सिंह होटल की तर्ज पर इतिहास के पन्नों में कैद हो गया. सोमवार को पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत टाटानगर स्टेशन चौक पर स्थित वर्षों पुराने मोहित हिन्दू होटल को रेलवे इंजीनियरिंग विभाग ने एक घंटे में बुलडोजर लगाके जमींदोज कर दिया. इस अभियान के दौरान होटल संचालक चार भाइयों ने खूब मान मन्नौवल की, लेकिन उनकी एक ना चली. इस होटल से वर्षों तक अपनी राजनीति रोटी चमकाने वाले कई नेता भी मौके पर नहीं भटके. अब रेलवे इस जगह का इस्तेमाल स्टेशन विस्तारिकरण को लेकर करेगी. तरह तरह की चर्चाएं लोगों के बीच है कि अब यहां मॉल बनेगा. पार्किंग बनेगी, लेकिन हकीकत सिर्फ रेलवे ही बता पायेगा. खैर, मोहित होटल तोड़े जाने की खबर सबसे पहले शुक्रवार को फतेह लाइव ने प्रकाशित की थी, जिसके बाद हड़कंप मच गया था.
स्टेशन में दोबारा फुटपाथ सजाने पर भी संशय
पिछले दिनों पीएम नरेंद्र मोदी का टाटानगर दौरा तय हुआ था. उनके आगमन को लेकर स्टेशन क्षेत्र को दिन रात की कड़ी मेहनत के बाद चकाचक किया गया था. वर्षों पुरानी कई दुकानों को अतिक्रमण मुक्त कराया गया था. उसके बाद स्टेशन टीओपी के पास दुकान लगाने का फिर प्रयास हुआ था, लेकिन फटेह लाइव के मामला उजागर करने के बाद रेल प्रशासन ने फिर से कान खड़े कर लिए हैं. इधर, सोमवार को मोहित होटल के खिलाफ चले रेलवे के अभियान के बाद यह तो तय हो गया है कि अतिक्रमण जल्दी नहीं हो सकता. उधर, गति शक्ति योजना के तहत विस्तारिकरण के कार्य का खाका भी तेजी से तैयार हो रहा है.
अतिक्रमण को लेकर गंभीर है रेलवे
वहीं रेलवे की अधिकारी शैला मिंज ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि काफी वर्षों से केस चल रहा था. जहां होटल के मालिक ने केस विड्रो कर लिया. इसके उपरांत होटल को तोड़ा गया. मालिक चाहता तो स्टे ला सकता था. दूसरी ओर, होटल को जमींदोज करने के बाद रेलवे की टीम किताडीह शमशान घाट के पास गई, जहां जमीन को घेरा जा रहा था. उसे भी सख्ती से तोड़ दिया गया. कुल मिलाकर रेलवे अतिक्रमण के खिलाफ इन दिनों दिख रही है. अभियान में सहायक अभियंता वन राजेश कुमार वर्मा, आरपीएफ थानेदार राकेश मोहन, आईओडब्लू लैंड उपेंद्र, दल बल के साथ मौजूद रहे.