फतेह लाइव, रिपोर्टर.
बारीडीह गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (2022- 2025) के प्रधान कुलविंदर सिंह ने झारखंड प्रदेश सिख समन्वय समिति के प्रति आभार जताया है, कि उन्होंने बारीडीह के मामले को गंभीरता से लिया है। कुलविंदर सिंह के अनुसार वे सरदार भगवान सिंह के चेहरे का नकाब उतारना चाहते हैं और संगत देखे कि उनका दीन ईमान क्या है?
अवतार सिंह सोखी ने लिखित तौर पर माना कि वह वद्भाग सिंह के डेरा जाता है। गुरु गोविंद सिंह जी का हुक्म है कि धीरमलियों के साथ किसी प्रकार का संबंध नहीं रखना है। यहां भगवान सिंह संविधान का हवाला देकर उसे प्रधान घोषित कर देते हैं। गत लोक सभा चुनाव में जोर-शोर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी विद्युत वरण महतो का विरोध किया, और उनका ईमान देखिए कि बीजेपी के प्रति प्रेम प्यार जग गया।
भाजपा महानगर अध्यक्ष सुधांशु कुमार ओझा और पूर्व महामंत्री को अपने दफ्तर में बुलाकर शॉल ओढ़ाया तथा मिठाई खिलाई। जिस संविधान का हवाला भगवान सिंह देते हैं कि खुद उसका पालन नहीं करते हैं और मानगो में तीसरी बार प्रधान बने बैठे हैं। कुलविंदर सिंह के अनुसार बारीडीह में वह लड़ाई नहीं चाहते हैं, लेकिन कानूनी लड़ाई लड़ते रहेंगे। मुख्यमंत्री, राज्यपाल, श्री अकाल तख्त के जत्थेदार तक मामला ले गए हैं और मकसद है कि ऐसे लोगों को संगत पहचाने और इनसे दूर रहे।