क्या विशेष पदाधिकारी से है बिचौलियों की सांठ गांठ? यदि नहीं तो नोटिस के मुताबिक पार्क संचालक कैलाश स्टील को अविलंब सभी दुकान हटाने का निर्देश था तो क्या उनका ठेका समाप्त होगा
फतेह लाइव, रिपोर्टर.
जमशेदपुर में पिछले विगत दिनों से जुगसलाई नगर परिषद के अंतर्गत जो आरपी पटेल हाई स्कूल की जगह जुगसलाई पार्क में अवैध रूप से बिचौलिए रौशन सिंह और बिनोद गुलाटी द्वारा 50 हज़ार में 32 पटाखा दुकान लगाने का मामला प्रकाश में आया था. उसके बाद तमाम प्रमुख अखबारों में इसे प्रकाशित भी किया गया और फतेह लाइव भी लगातार इस खबर को आम जनता के बीच में बेधड़क प्रकाशित कर रहा है.
बता दें कि लगातार अखबारों और फतेह लाइफ में छपने के बाद जुगसलाई नगर परिषद के द्वारा 18 अक्टूबर की तारीख का नोटिस 19 अक्टूबर को जुगसलाई नगर परिषद पार्क के संचालक में कैलाश स्टील को दिया गया और यह उन्हें चेतावनी दी गई की अविलंब पटाखा दुकान को हटा लें, अन्यथा आप पर कार्रवाई की जाएगी. इसके रविवार रात एक घंटा के लिए मात्र गेट को बंद किया गया, ना तो दुकान हटी ना तो पटाखा बाजार बन्द हुआ. लोगों का आना जाना नहीं बंद हुआ और पुनः सुबह मतलब आज सोमवार को सुबह से धड़ल्ले से पटाखा बिक्री हो रहा है.
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न जुगसलाई नगर परिषद के लोग दिख रहे हैं ना जिला प्रशासन के लोग दिख रहे हैं, ना कोई अन्य जिम्मेदार व्यक्ति. आखिर में बिचौलियों की सांठ – गांठ जिला प्रशासन के साथ-साथ नगर परिषद के विशेष पदाधिकारी की भी भूमिका सामने दिख रही है. अब यह देखना है कि जो जिले के उपायुक्त तमाम खबरों को पढ़ने के बाद आखिर कार्यवाही क्या करते हैं? क्या इसी तरीके से बिचौलियों और अधिकारियों की सांठ गांठ से गलत काम होंगे और सभी लोग इसका मुख्य दर्शक बनेंगे. यह अब देखना बाकी है. वैसे प्रशासन, नगर परिषद, पार्क प्रबंधक और पटाखा कारोबार करने वाले बिचौलियों के कारण जनता जरूर असमंजस में है. वह किस पर विश्वास करे जिला प्रशासन पर, या अवैध कार्यों पर. यह चर्चा का विषय बना हुआ है.

ये था नगर परिषद का नोटिस


