- पूर्वी सिंहभूम से 80 सदस्यों की सक्रिय भागीदारी, 58 को प्रांतीय कार्यसमिति में दायित्व
- “दिन में विवाह” परंपरा को पुनर्जीवित करने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित, नई दिशा की ओर मारवाड़ी समाज
फतेह लाइव, रिपोर्टर
धनबाद के राज विलास रिसॉर्ट, गोविंदपुर में आयोजित झारखंड प्रांतीय मारवाड़ी सम्मेलन का 9वां अधिवेशन “नई उमंग” भव्यता, संगठनात्मक एकता और सामाजिक चेतना का प्रतीक बनकर संपन्न हुआ. इस अधिवेशन में पूरे झारखंड से प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया, लेकिन पूर्वी सिंहभूम जिला मारवाड़ी सम्मेलन की सहभागिता सबसे प्रभावशाली रही. जिला अध्यक्ष मुकेश मित्तल के नेतृत्व में जिले से लगभग 80 सदस्यों ने अधिवेशन में भाग लिया और संगठनात्मक सक्रियता का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया. अधिवेशन के दौरान अखिल भारतवर्षीय मारवाड़ी सम्मेलन के राष्ट्रीय महामंत्री ने नए प्रांतीय अध्यक्ष सुरेश चंद्र अग्रवाल को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. साथ ही पूर्वी सिंहभूम के 58 प्रतिनिधियों को विभिन्न विभागों में दायित्व प्रदान किया गया, जो जिले के लिए अत्यंत सम्मानजनक उपलब्धि है.
इसे भी पढ़ें : Giridih : पत्रकारों को मोंगिया स्टील लिमिटेड ने किया सम्मानित, बरसाती भेंट कर बढ़ाया हौसला
पूर्वी सिंहभूम से 58 पदाधिकारियों को कार्यसमिति में मिली जिम्मेदारी
सम्मेलन में परामर्शदात्री समिति, संरक्षक, उपाध्यक्ष, महासचिव, संगठन मंत्री, कार्यसमिति सदस्य, विभागीय मंत्री तथा विशेष आमंत्रित सदस्यों सहित कुल 58 लोगों को विभिन्न भूमिकाओं में शामिल किया गया. इनमें रामकृष्ण चौधरी, मुरलीधर केडिया, मुकेश मित्तल, संतोष खैतान, निर्मल काबरा, सुरेश सोंथालिया, नंद किशोर अग्रवाल, बिमल अग्रवाल, भोला चौधरी, सुरेश आगीवाल, आलोक चौधरी, विजय मूनका, प्रकाश जोशी, सुशील अग्रवाल, इंदर अग्रवाल, अरुण बाकरेवाल, दीपक भालोटिया, उमेश कांवटिया, चतुर्भुज अग्रवाल, अंकुश जवानपुरिया, अनिता अग्रवाल, नीलम पेड़ीवाल, महेश गोयल, धर्म चंद्र पोद्दार, दीपक अग्रवाल, सुरेश शर्मा सहित अन्य अनेक प्रतिनिधि शामिल रहे. इन सभी को सामाजिक, संगठनात्मक, साहित्यिक, तकनीकी, प्रचार, जनसंपर्क, शिक्षा, कानून, राजनीति, महिला सशक्तिकरण, गौ सेवा, संस्कृति आदि विभागों में दायित्व दिए गए हैं.
इसे भी पढ़ें : Jamshedpur : महिला समूहों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने की दिशा में तेजी, उपायुक्त की अध्यक्षता में जेएसएलपीएस की समीक्षा बैठक
सम्मेलन में शिक्षा, संस्कृति, जनसंपर्क, तकनीक से लेकर गौसेवा तक में पूर्वी सिंहभूम का योगदान प्रशंसनीय
इस अधिवेशन में पूर्वी सिंहभूम जिला मारवाड़ी सम्मेलन के अध्यक्ष मुकेश मित्तल ने खुले सत्र में “दिन में विवाह” की परंपरा को पुनर्जीवित करने का प्रस्ताव रखा. उन्होंने कहा कि इस पहल से सामाजिक, आर्थिक और पारिवारिक रूप से सकारात्मक बदलाव आएंगे. इस विषय पर विस्तृत चर्चा के बाद यह प्रस्ताव आम सभा द्वारा सर्वसम्मति से पारित किया गया. साथ ही जिले की ओर से नए प्रांतीय अध्यक्ष सुरेश चंद्र अग्रवाल को पारंपरिक राजस्थानी पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया गया तथा 107 नए सदस्यों का सदस्यता शुल्क का चेक भी सौंपा गया. “नई उमंग” अधिवेशन की यह सफलता, पूर्वी सिंहभूम के सदस्यों की सक्रिय भागीदारी और संगठन के प्रति समर्पण पूरे झारखंड के मारवाड़ी समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई है. यह सम्मेलन केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि सामाजिक दायित्व और एकता की मिसाल है.