फतेह लाइव, रिपोर्टर.
मेहरबाई टाटा मेमोरियल अस्पताल (एमटीएमएच) में टाटानगर एवं चक्रधरपुर मंडल के रेलकर्मियों का कैंसर इलाज करीब डेढ़ महीने से बंद हो गया है. दक्षिण पूर्व रेलवे जोन से इस संबंध में आदेश होने के बाद मेंस कांग्रेस के चक्रधरपुर संयोजक शशि मिश्रा ने डीआरएम एजे राठौर के समक्ष यह मुद्दा उठाया था. लेकिन रेलकर्मियों का इलाज शुरू नहीं हो सका, जबकि रेलकर्मियों व उनके आश्रितों को कैंसर के इलाज कराने समेत कीमोथेरेपी कराने में परेशानी हो रही है. बताया जाता है कि मेहरबाई टाटा मेमोरियल अस्पताल दक्षिण पूर्व रेलवे जोन के अनुबंधित अस्पतालों में शामिल है, लेकिन कागजी प्रक्रिया में खामी के कारण चक्रधरपुर मंडल के अस्पतालों से कर्मचारियों को रेलकर्मियों को एमटीएमएच रेफर नहीं किया जा रहा है.
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जल्द शुरू होगा एमटीएमएच में इलाज
वहीं, दक्षिण पूर्व रेलवे ने जोन मुख्यालय स्थित गार्डेनरीच के अस्पताल में कैंसर मरीजों को रेफर करने का आदेश टाटानगर व चक्रधरपुर समेत अन्य अस्पतालों को दिया है, क्योंकि गार्डेनरीच के रेलवे अस्पताल में कैंसर मरीजों के इलाज की अत्याधुनिक सुविधा उपलब्ध है. लेकिन टाटानगर व चक्रधरपुर से दूर होने तथा अन्य अस्पताल के मरीजों की भीड़ वहां उमड़ने से रेलकर्मी कोलकाता नहीं जाना चाहते हैं. इधर, रेलवे चिकित्सा पदाधिकारी के अनुसार खामियों को दूर करने का काम जारी है. रेलकर्मियों का जल्द ही पहले की तरह मेहरबाई टाटा मेमोरियल अस्पताल में इलाज होने लगेगा. मालूम हो कि 2023 अप्रैल में भी रेलकर्मियों का एमटीएमएच में रेफरल सुविधा बंद हुई थी, जो रेलवे नेताओं की प्रयास से शुरू हुआ था.