- 4 वर्षीय बच्ची की सांप काटने से मृत्यु के बाद ग्रामीणों ने लापरवाही के आरोप में सेविका-सहायिका के खिलाफ कार्रवाई की मांग की
- ग्रामीणों ने चेतावनी दी, कार्रवाई न हुई तो आंदोलन तेज होगा
फतेह लाइव, रिपोर्टर
पोटका प्रखंड के कन्दर गांव के ग्रामीणों ने पोटका मुख्यालय पहुंचकर आंगनबाड़ी सेविका शकुंतला बेसरा एवं सहायिका बुधनी सरदार को निष्कासित करने की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया. मामला हरिणा पंचायत के कन्दर गांव का है, जहां 4 वर्षीय संजना सरदार को आंगनबाड़ी केंद्र में पढ़ाई के दौरान जहरीले सांप ने काट लिया था. बच्ची की समय पर उचित मदद न मिलने के कारण मृत्यु हो गई. ग्रामीणों का आरोप है कि सेविका-सहायिका ने समय रहते परिजनों या गांववालों को इस घटना की सूचना नहीं दी और न ही 108 एंबुलेंस बुलाई गई. इस लापरवाही की वजह से संजना की जान चली गई, जिससे गांव में भारी आक्रोश फैल गया है.
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कन्दर गांव में लापरवाही के आरोपों को लेकर बढ़ी नाराजगी
ग्रामीण संगीता सरदार, दिलीप सरदार, महावीर सरदार, कांग्रेस के आनंद दास सहित अन्य ने बताया कि अब वे अपने बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्र में भेजने से कतरा रहे हैं. उन्होंने प्रखंड कार्यालय के सामने आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए प्रदर्शन किया. ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि उनकी मांग पूरी न होने पर वे और बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे. इस घटना ने स्थानीय प्रशासन की भी सख्त प्रतिक्रिया और सुधार की आवश्यकता को उजागर कर दिया है.