फतेह लाइव, रिपोर्टर.
डीबीएमएस कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन में ‘यंग इंडियन’ द्वारा भावी शिक्षकों के लिए एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसके अंतर्गत यह बताया गया कि हम बच्चों को यह कैसे बताएं कि उनके लिए क्या अच्छा है और क्या बुरा। किस प्रकार से उन्हें शारीरिक मानसिक, यौन उत्पीड़न का शिकार होने से बचाया जाए.
ऐसे वक्त में बच्चों को क्या करना चाहिए. बच्चे इससे किस प्रकार से बच सकते हैं तथा इसमें अभिभावक की भूमिका शिक्षक की भूमिका, समाज की भूमिका किस प्रकार की होनी चाहिए। इन सभी के बारे में यंग इंडियन का प्रतिनिधित्व कर रही रश्मि ने विस्तार पूर्वक बताया। उन्होंने एक लघु फिल्म ‘कोमल’ दिखाया, जिसके माध्यम से बच्चो में जागरूकता पैदा की जा सकती है।
शिक्षकों और अभिभावको बारे में बच्चों से खुलकर बातें करनी चाहिए, जिससे वे यह समझ सके कि जब उनके साथ बुरा व्यवहार हो रहा है तो उस वक्त उन्हें क्या करना चाहिए। शिक्षकों की महत्पूर्ण भूमिका होती है और इसीलिए बीएड के छात्रों को विशेष रूप से यह जानना जरूरी है.
यंग इंडिया की तरफ से रश्मि के अलावा नेहा अग्रवाल एवं देवस्मिता ने भी छात्रों के साथ मिलकर अंतरंग चर्चा की. अंजलि गणेशण ने कार्यक्रम के प्रारंभ में स्वागत भाषण दिया और डॉ. सुरीना भुल्लर ने धन्यवाद ज्ञापन किया .
इस अवसर पर सभी शिक्षक, गैर शिक्षक और दोनों सत्र के छात्र उपस्थित थे. इस सत्र के दौरान प्राचार्य डॉक्टर जूही समर्पित तथा अन्य शिक्षक मौजूद रहे.