फतेह लाइव, रिपोर्टर.
कोल्हान विश्वविद्यालय के अधीन संचालित आउट सोर्स एजेंसी सुपरस्टार प्राइवेट लिमिटेड द्वारा पिछले दिनों पीएफ घोटाले के संबंध में छात्र नेता अमर तिवारी ने पीएफ विभाग को 17 दिसंबर को शिकायत की थी. इसमें उन्होंने बताया था कि पीएफ के पैसों को जमा नहीं किया गया था और कोल्हान विश्वविद्यालय से पीएफ की राशि ली जा रही थी. यह घोटाला लाखों में है.
उक्त एजेंसी द्वारा पीएफ विभाग के आंख में धूल झोंकने के लिए और बचने के लिए एक कर्मचारी के खाते में 27 दिसंबर को 2 महीने का पीएफ बैकलॉग दिखाकर जमा किया, और पीएफ विभाग को जवाब दिया, जबकि अभी करीब 200 कर्मचारी के पैसे जमा करने हैं. यह एजेंसी दो नाम से पिछले दो सालों से आउटसोर्स एजेंसी के तौर पर कार्यरत है.
जानकारी के मुताबिक कुछ कर्मचारी के उपस्थित को एक महीने में 35 दिन 40 दिन दिखाकर सिर्फ 26 दिन का पीएफ जमा किया जा रहा है, और कोल्हान विश्वविद्यालय से 35 दिन 40 दिन का पीएफ लिया जा रहा है. उक्त कर्मचारी को भी ओटी के रूप में न्यूनतम मजदूरी से भी कम पैसा दिया जा रहा है.
एक तरफ पीएफ घोटाला और एक तरफ न्यूनतम मजदूरी घोटाला यह दोनों घोटाला एजेंसी एक साथ कर रही है, जबकि अगर 26 दिन ही पीएफ जमा करना है तो उक्त एजेंसी को ओटी के पैसों में जोड़े हुए पी एफ राशि को कोल्हान विश्वविद्यालय से बिल में मांग नहीं करनी चाहिए. अभी कुछ ही दिनों पहले कोल्हान विश्वविद्यालय द्वारा नए वित्तीय वर्ष के लिए मैनपॉवर हेतु टेंडर निकाला गया है. अमर तिवारी ने कुलपति को ईमेल कर उनसे मांग की है कि सबसे पहले इस एजेंसी पर लगे आरोपों की जांच की जाए और एजेंसी को ब्लैकलिस्टेड करते हुए, तत्काल सभी भुगतान इनका रोका जाए. अभी कई ऐसे राज है जो खुलना बाकी है.