जमशेदपुर।
बागबेड़ा रेलवे ट्रैफिक कॉलोनी निवासी रेलकर्मी एसके पिल्लै की मौत के बाद टाटानगर आरपीएफ पोस्ट का गेट भरे दिन में ही बंद कर दिया गया है. यह पूरे स्टेशन क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है. दरअसल, रेलकर्मी ने खुद पर आग लगाकर बुधवार को आत्मदाह कर लिया था. रविवार सुबह पांचवें दिन रेल कर्मी ने टीएमएच में दम तोड़ दिया है. मौत के पूर्व अस्पताल से रेलकर्मी पिल्लै ने एक ससनीखेज वीडियो वायरल किया है, जिसमें उसने आरपीएफ और लैंड विभाग पर प्रताड़ित करने का गंभीर आरोप लगाया है. वह चिल्ला चिल्ला कर रेल विभाग पर गंभीर आरोप लगा रहा है. इसे लेकर परिजनों और बस्तीवासियों में आक्रोश है. इस घटना के बाद लोग दोनों विभाग पर कई आरोप लगा रहे हैं कि किस तरह विभाग में वर्षों से जमे लोग अथाह संपत्ति के मालिक बन बैठे हैं. लोग कर्मचारियों की संपत्ति की जांच कराने की मांग कर रहे हैं. इसकी सूचना जब आरपीएफ को मिली तो थाना गेट को ही जंजीरों से जकड़ दिया गया. इसे लेकर विभाग पर कई तरह से उंगलियां उठने लगी है. बातें हो रही है कि क्या सही मायने में विभाग की गलती है क्या? इसके साथ ही खाकी को भी डर लगता है क्या.
लोग हो रहे गोलबंद, एसपी से भी मिले परिजन
इस मामले में लोगों का आक्रोश बना हुआ है. बागबेड़ा थाना में परिवार की शिकायत नहीं लिए जाने से नाराजगी है कि आखिर आरपएफ कि शिकायत थाना ने ले ली, जबकि परिजनों की नहीं ली गई. परिजन एसपी से भी एक दिन पहले मिले थे, जहां उन्होंने मोहन सेठ के साथ साथ आरपीएफ ओसी, आईओडब्ल्यू लैंड, नंदू आदि पर कार्रवाई की मांग की है. अधिकारी ने परिजनों का आश्वस्त किया है कि वह उचित कार्रवाई करेंगे.