मंटू के कार्यक्रम की प्रेस रिलीज को जारी कर घुमाया गया, सीजीपीसी ने कोई बयान नहीं दिया











फतेह लाइव, रिपोर्टर.
जमशेदपुर के 34 गुरुद्वारों की जनरल बार्डी सीजीपीसी से सोमवार को साकची गुरुद्वारा के चुनाव कराने को लेकर विपक्षी दल के उम्मीदवार हरविंदर सिंह मंटू ने मांग की थी. मंटू के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने प्रधान भगवान सिंह से जो वार्ता हुई, उसमें प्रधान ने उन्हें आश्वासन दिया था कि संविधान के अनुसार साकची में अगर कार्य समय से नहीं हुए तो वह इसमें जरूर रूचि लेंगे, किसी को धक्के से प्रधान नहीं बनने दिया जायेगा.
इस भेंट मुलाकात की एक रिलीज फतेह लाइव को भी आई, जिसे प्रकाशित किया गया था. उस खबर में लिखा गया था कि दबंगता के साथ किसी को प्रधान नहीं बनने दिया जायेगा.
मंगलवार को सीजीपीसी के प्रधान सरदार भगवान सिंह एवं महासचिव गुरचरण सिंह बिल्ला ने इस खबर में प्रकाशित दबंगता शब्द पर आपत्ति जताई और कहा कि उनकी ओर से ऐसे शब्दों का प्रयोग नहीं किया गया हैं.
मंटू को केवल यह कहा गया है कि वह नियम के अनुसार इस चुनाव में हस्तक्षेप करेंगे. सीजीपीसी प्रमुख भगवान सिंह एवं महासचिव गुरचरण सिंह बिल्ला ने कहा कि सीजीपीसी धार्मिक मामलों की मर्यादा का पालन करती है.
फतेह लाइव से जब इस बात पर सिख प्रतिनिधियों ने बातचीत की तो उक्त प्रेस रिलीज के बारे पता चला कि वह कुछ तथाकथित लोगों ने भेजी थी. रिलीज फैलाने वाले के व्हाट्सअप की चेटिंग की जांच होने पर दूध का दूध और पानी का पानी हो सकता है.
वहीं मंटू ने कहा कि उन्होंने कोई रिलीज नहीं दी. सभी एक दूसरे पर पाला फेंकते नजर आये. वहीं मंटू ने कहा कि वह सीजीपीसी के साथ खड़े हैं. जैसे सीजीपीसी साकची चुनाव पर कार्य करेगी, उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलेंगे.
सीजीपीसी प्रधान जमशेदपुर के सिखों के लिए दूरदर्शी सोच रखते हैं. उनके द्वारा किये जा रहें कार्यों की मंटू ने सरहना की है.