फतेह लाइव, रिपोर्टर.
पटना तख्त श्री हरमंदर साहिब के मुख्य द्वार पर रविवार को सिख संगतों ने संयोजक सरदार जगजीवन सिंह की अध्यक्षता व सरदार अवतार सिंह के संचालन में धरना प्रदर्शन किया. धरने में प्रबंधक कमेटी के सचिव हरवंश सिंह और तीन सदस्य – सरदार राजा सिंह, महेन्द्र पाल सिंह ढिल्लन व हरपाल सिंह जोहल शामिल हुए. धरना देने वालों ने चेतावनी दी कि यदि एक सप्ताह के भीतर चुनाव प्रक्रिया की घोषणा नहीं की गई, तो एक माह बाद अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया जाएगा.
यह भी पढ़े : Patna saheb Big News : अकाल तख्त व दमदमा साहिब के जत्थेदार तनखैख्या, देखें-Video
हालाँकि, संगत के एक बड़े वर्ग ने इस धरने पर सवाल उठाए हैं. आरोप है कि सरदार महेन्द्र पाल सिंह ढिल्लन, राजा सिंह और हरपाल सिंह जोहल खुद चुनाव में बाधा डालने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं. इन पर संगत को भ्रमित करने और धरने को चुनाव टालने का माध्यम बनाने का आरोप लगाया जा रहा है.
सूत्रों के अनुसार, महेन्द्र पाल सिंह ढिल्लन ने खुद कोर्ट में केस दायर किया है, जिसकी जानकारी समय-समय पर मीडिया और समाचार माध्यमों में सामने आती रही है. ऐसे में संगत का सवाल है कि जब खुद ढिल्लन चुनाव प्रक्रिया को कानूनी रूप से बाधित कर रहे हैं, तो धरने का औचित्य क्या है? संगत का यह भी कहना है कि यदि महेन्द्र पाल सिंह ढिल्लन व उनके साथी चुनाव को लेकर वास्तव में ईमानदार और पारदर्शी मंशा रखते हैं, तो उन्हें सबसे पहले कोर्ट में दायर केस को वापस लेना चाहिए और प्रबंधक कमेटी को चुनाव कराने में सहयोग करना चाहिए. संगत ने अपील की है कि धार्मिक स्थानों को राजनीतिक स्वार्थ का मंच न बनाया जाए और पारदर्शी चुनाव प्रक्रिया के माध्यम से तख्त प्रबंध समिति में जनप्रतिनिधियों को स्थान दिया जाए.