वक्ताओं ने वक्फ कानून संशोधन को लेकर दी कड़ी प्रक्रिया
फतेह लाइव, रिपोर्टर.
जमशेदपुर के साकची स्थित होटल केनेलाइट में सोमवार को ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की ओर से नए वक्फ कानून पर एक टेबल टॉक कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस चर्चा कार्यक्रम में विभिन्न धर्मों और समुदायों के बुद्धिजीवी, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि तथा न्यायिक क्षेत्र से जुड़े लोग शामिल हुए. कार्यक्रम के मुख्य वक्ता और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव मौलाना फजलुर रहीम मुजद्दिदी ने केंद्र सरकार द्वारा वक्फ कानून में किए गए संशोधन को मुस्लिम समाज के खिलाफ बताया.
उन्होंने कहा कि सरकार ने मुसलमानों की धार्मिक संपत्ति और संस्थाओं को निशाना बनाने के उद्देश्य से यह बदलाव किया है. मौलाना ने जोर देते हुए कहा कि यह केवल मुस्लिमों का मामला नहीं है, बल्कि अन्य धर्मों की संपत्ति भी भविष्य में इसी तरह प्रभावित हो सकती है. उन्होंने बोधगया मंदिर और मुंबई में जैन मंदिर तोड़े जाने का उदाहरण देते हुए कहा कि यह सिलसिला आगे भी जारी रह सकता है.
मौलाना फजलुर रहीम ने सरकार पर तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि आज देश की सत्ता उन हाथों में है जो समाज में नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि नबी की शान में गुस्ताखी होती है, मुसलमानों के घरों पर बुलडोजर चलाए जाते हैं और जरा सी चूक पर उन्हें जेल भेजा जा रहा है, जबकि हमलावर खुले आम घूमते हैं. इलाहाबाद हाई कोर्ट के एक जज द्वारा मुसलमानों पर की गई टिप्पणी का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, जो न्याय व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है. उन्होंने अमेरिका का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां की जनता सजग और जागरूक है, जो सरकार की गलत नीतियों का पुरजोर विरोध करती है. भारत में भी न्याय की उम्मीद अभी जिंदा है, और यहां के बुद्धिजीवी इंसाफ के लिए हमेशा संघर्ष करते हैं.
कार्यक्रम में हैदराबाद से राज्यसभा सांसद मोहम्मद अदीब विशेष रूप से उपस्थित थे. जमशेदपुर न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता अनिल कुमार तिवारी, सीजीपीसी के पूर्व महासचिव जसवंत सिंह भोमा सहित विभिन्न समुदायों के गणमान्य लोग भी इस संवाद में शामिल हुए.
कार्यक्रम का संचालन मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के रियाज शरीफ ने किया. सभा में एक स्वर में यह निर्णय लिया गया कि नए वक्फ कानून का व्यापक स्तर पर विरोध किया जाएगा और इसके खिलाफ देश-भर में जनजागरूकता अभियान चलाया जाएगा.