फतेह लाइव, रिपोर्टर.
जमशेदपुर के बागबेड़ा थाना क्षेत्र के 200 मीटर अंतर्गत रॉयल कॉलोनी में जमीन विवाद को लेकर सेना के जवान पर हमला कर आरोपियों द्वारा जमीन कब्जा का प्रयास करने मारपीट और तोड़ फोड़ करने का मामला सामने आया है. इस पूरे मामले में बागबेड़ा थाना की मिली भगत होने की बातें सामने आ रही है. भुक्तभोगी पक्ष का आरोप है कि सूचना देने के एक घंटे बाद पुलिस आई थी.
जानकारी के अनुसार मंगलवार को बागबेड़ा रॉयल कॉलोनी निवासी एवं सेना के जवान रूपेश कुमार द्वारा अपने जमीन पर कंस्ट्रक्शन का काम कराया जा रहा था. उस बीच बगल के राजू गोस्वामी, ब्रजेश गोस्वामी ,सौरभ गोस्वामी नामक व्यक्ति द्वारा अमित सिंह बड़ौदा घाट चौक निवासी और अन्य 25 से 30 की संख्या में गुंडों के साथ जमीन पर पहुच कर मारपीट करने लगे औऱ कार्य पर लगे मज़दूरों को पीटने लगे.
कार्यस्थल के सभी दीवारों को तोड़ लोहे चुरा ले गए. उक्त विवाद में रूपेश कुमार को थाना से मदद नही मिली. रूपेश कुमार द्वारा लगातार डायल 100 में मदद करने की गुहार लगाई जा रही थी, परंतु किसी तरह का मदद नहीं मिल पाई. अब यह सवाल है की सेना के जवान जो की अपने घर से देश की सेवा के लिए हमेशा दूर रहते हैं. उनके परिवार की सुरक्षा की जिम्मेदारी कौन लेगा?
इस तरह ही घटना होना आश्चर्य की बात है, जबकि उक्त जमीन उनके नाम से रजिस्ट्री है और विरोधी उसपर रोड बनाने पर अड़े है. यह मामला विगत कई वर्षों से चल रहा है, जबकि आरोपियों को इसे संवैधानिक तरीका से न्यायालय में रखने की बजाय मारपीट और कब्जा करने का प्रयास हो रहा है. वहीं भुक्तभोगी परिवार का आरोप है कि घटना के एक घंटे बाद थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंची, जबकि मौके से थाना की दूरी दो सौ मीटर है. अब सवाल है कि थाना सब मालूम होकर भी उक्त मामले को सुलझा नही सका, औऱ आज एक घटना हो गई.
जानकारी के मुताबिक आरोपी पक्ष के भतीजे के साथ साथ आस पास के लड़कों को झगड़ा करने के लिए लाया गया था. अब पीड़ित पक्ष जिले के एसपी के पास गुहार लगाने जा रहे हैं क्योंकि थाना द्वारा कोई मदद नहीं मिल पा रही है.


