जमशेदपुर।
ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फ़ेडरेशन ने गुरुवार शाम अवतार सिंह के बर्लिन जाने से पहले एक विदाई समारोह का आयोजन किया, जिसने अवतार सिंह को फ़ेडरेशन के पूर्वी भारत अध्यक्ष सतनाम सिंह गंभीर ने एवं सदस्यों ने शॉल ओढ़ाकर एवं फूलों की माला पहनाकर शुभकामनाएं दी. इस दौरान सतनाम सिंह गंभीर ने कहा की अवतार सिंह ने क़ौम का नाम रौशन किया है. उन्होंने बताया की जमशेदपुर कोऑपरेटिव कॉलेज से BSc. पास कर, टाटा मोटर्स और टाटा हिताची में लगभग 38 साल नौकरी करने वाले अवतार सिंह ने खेलों में एक उच्चस्तरीय मुकाम हासिल किया है. साइकिलिंग में 7 बार नेशनल चैंपियन रहे. अवतार सिंह ने 1982 एशियन गेम्स में भारतीय साइकिलिंग टीम की कप्तानी की है. कॉमनवेल्थ गेम 1978 में इन्होंने एक किलोमीटर का राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी बनाया था.
खेलकूद के सफर के तुरंत बाद इन्होंने कोचिंग डिप्लोमा भारत, जर्मनी और मलेशिया में पास कर अपनी कोचिंग मंदबुद्धि बच्चों के जीवन सुधार के लिए लगा दी. इनका समर्पण और कोचिंग, बौद्धिक दिव्यांग बच्चों के लिए देखते हुए स्पेशल ओलंपिक भारत और इंटरनेशनल संस्था ने इन्हें सातवीं बार वर्ल्ड गेम, जो कि जर्मनी में होने जा रहे हैं, आमंत्रित किया है. वर्ल्ड गेम बर्लिन में इनकी भूमिका एक key वॉलिंटियर के रूप में 12 तारीख से 26 जून तक होगी. 10 जून को अवतार सिंह दिल्ली से बर्लिन के लिए रवाना होंगे. इस विदाई समारोह में इंदरजीत सिंह पनेसर, परविंदर सिंह भाटिया, सरबजीत सिंह भुल्लर, मोहिंदर सिंह भुईं, सुखदीप कौर, गुरप्रीत कौर, मनमीत लूथरा शामिल थे.