फतेह लाइव, रिपोर्टर.
भारत – सेंट्रल सिख नौजवान सभा के अध्यक्ष और प्रमुख उद्योगपति, दमनप्रीत सिंह, ने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और प्रख्यात अर्थशास्त्री, डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। डॉ. सिंह, जिन्होंने अपने सरल व्यक्तित्व और नीतिगत दूरदर्शिता के साथ भारतीय राजनीति में एक अमिट छाप छोड़ी, को भारतीय इतिहास के सबसे महान और ईमानदार नेताओं में से एक माना जाता है।
दमनप्रीत सिंह ने अपने शोक संदेश में कहा:
“डॉ. मनमोहन सिंह के निधन की खबर ने पूरे देश को गहरे शोक में डाल दिया है। वह एक ऐसे नेता थे, जिन्होंने अपनी नीतियों और सिद्धांतों से भारत की अर्थव्यवस्था को नई दिशा दी। उनकी दूरदर्शिता और दृढ़ता ने 1991 के आर्थिक सुधारों के माध्यम से देश को एक वैश्विक आर्थिक शक्ति के रूप में स्थापित किया। उनका नेतृत्व उस समय आया जब देश को स्थिरता और प्रगति की सख्त जरूरत थी। उनके योगदान के बिना, आज का भारत वैसा नहीं होता जैसा हम देखते हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “व्यक्तिगत रूप से, डॉ. मनमोहन सिंह के जीवन और कार्य ने मुझे गहराई से प्रभावित किया है। एक युवा उद्यमी के रूप में, उनके द्वारा दिखाए गए सादगी, ईमानदारी और जिम्मेदारी की भावना मेरे लिए एक आदर्श बनी हुई है। उन्होंने हमें यह सिखाया कि सच्चा नेतृत्व शक्ति या सत्ता में नहीं, बल्कि सेवा, निष्ठा, और समर्पण में होता है।”
डॉ. मनमोहन सिंह का योगदान:
डॉ. मनमोहन सिंह को सबसे अधिक 1991 के आर्थिक सुधारों के लिए याद किया जाएगा, जब उन्होंने वित्त मंत्री के रूप में भारत की बंद होती अर्थव्यवस्था को उदार बनाया और इसे वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए खोल दिया। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की प्रतिष्ठा को बढ़ाया और आर्थिक विकास की दर को ऊंचाइयों पर पहुंचाया।
प्रधानमंत्री के रूप में, उन्होंने 2004 से 2014 तक दो कार्यकालों के दौरान स्थिरता और विकास पर ध्यान केंद्रित किया। उनके नेतृत्व में, भारत ने विज्ञान, प्रौद्योगिकी, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति की। उन्होंने हमेशा नीति-निर्माण में निष्पक्षता और विवेक का परिचय दिया, और राजनीति को सेवा का माध्यम माना।
दमनप्रीत सिंह, ने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह का सिख समुदाय से जुड़ाव भी हमारे लिए गर्व का विषय रहा है। वह न केवल भारत के पहले सिख प्रधानमंत्री थे, बल्कि उन्होंने पूरी दुनिया में सिख समुदाय के लिए एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया। उनकी सादगी, समर्पण, और सिख मूल्यों में दृढ़ विश्वास ने हमें यह सिखाया कि कैसे निःस्वार्थता और परिश्रम से समाज और देश की सेवा की जा सकती है।
“डॉ. सिंह ने सिख समुदाय को गर्व से ऊंचा सिर रखने की वजह दी है। उनके व्यक्तित्व ने हमें यह सिखाया कि चाहे परिस्थितियाँ कितनी भी कठिन क्यों न हों, सच्चाई और ईमानदारी का मार्ग ही सबसे महत्वपूर्ण है।”
अपने संदेश के अंत में उन्होंने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह की विरासत सदियों तक जीवित रहेगी। उन्होंने भारत को एक स्थिर और प्रगतिशील अर्थव्यवस्था दी और अपने जीवन के हर क्षण में विनम्रता और कर्तव्यपरायणता का परिचय दिया। आने वाली पीढ़ियाँ उनके नेतृत्व से प्रेरणा लेंगी और उनके सिद्धांतों पर चलकर देश की सेवा करेंगी।
मनमोहन सिंह के निधन पर कुलवंत सिंह बंटी ने गहरा शोक जताया
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए प्रदेश कार्यसमिति सदस्य कुलवंत सिंह बंटी ने कहा कि उनका जाने से देश के लिए अपूरणीय छती हुई है भगवान उनके परिवार को इस दुख को सहने की शक्ति दे.