फतेह लाइव, रिपोर्टर
सीपी कबीर क्लब महिला समिति की ओर से टुईलाडूंगरी में छत्तीसगढ़ी लोक पर्व छेरछेरा हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. कार्यक्रम की शुरुआत कबीर साहब की आरती के साथ हुआ. समिति की अध्यक्ष देवकी साहू बताया कि छेरछेरा त्योहार पुरखों की धरोहर और दान पुण्य का लोक पर्व है. यह पुष्प (पौष) पूर्णिमा को परंपरागत तरीके से मनाया जाता है. बच्चे और महिलाएं टोली बनाकर घर-घर जाकर दान के रूप में दाल, चावल, धान, कोदो, सब्जी तथा फल आदि मांगते हैं.
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दान में मिली सामग्री को पकाकर प्रसाद के रूप में ग्रहण किया जाता है. जिस टोकरी में दान की सामग्री ली जाती है उसे जमीन पर रखकर महिलाएं चारों ओर घूम कर छेरछेरा का गाना छेरिक छेरा, छेर मरकनीन छेरछेरा, माई कोठी के धन ला हेर हेरा, ‘अरन बरन कोदो दरन, जभे देबे तभे टरन’ गाते हुए मनमोहक नृत्य करती है. कार्यक्रम में शामिल देवकी साहू, हेमा साहू, नीतु साहू, मैना देवी, बेबी, प्रीति, अनिता, कमला, रूपा, जानकी मोनिका साहू आदि शामिल हुए.