फतेह लाइव, रिपोर्टर
शनिवार को पूर्वी सिंहभूम जिला कांग्रेस कमिटी के नेतृत्व में जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति के कार्यालय पर एक जोरदार प्रदर्शन आयोजित किया गया. प्रदर्शन का मुख्य उद्देश्य मोहरदा जलापूर्ति योजना में हो रही अनियमितताओं के खिलाफ आवाज उठाना था. इस प्रदर्शन का नेतृत्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष आनन्द बिहारी दुबे ने किया, जिनके नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने नगर आयुक्त के नाम विशेष पदाधिकारी को एक मांग पत्र सौंपा. इस पत्र में मोहरदा जलापूर्ति योजना में हो रही लापरवाही और जनता को हो रही समस्याओं का जिक्र किया गया. विशेष पदाधिकारी ने आश्वासन दिया कि आगामी सोमवार को इस मुद्दे पर त्रिस्तरीय वार्ता होगी, जिसमें नगर आयुक्त, जुस्को के अधिकारी और कांग्रेस जिलाध्यक्ष शामिल होंगे.
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मोहरदा जलापूर्ति योजना की समस्याओं पर त्रिस्तरीय वार्ता का वादा
जिलाध्यक्ष आनन्द बिहारी दुबे ने प्रदर्शन के दौरान कहा कि मोहरदा जलापूर्ति योजना 2005 में शुरू की गई थी और 2008 में इसे जनता के लिए कार्यशील किया गया था, लेकिन 2017 के बाद से पानी की आपूर्ति केवल आंशिक रूप से हो रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि जुस्को, जो योजना का संवेदक है, ने इस योजना की क्रियान्वयन में बड़ी शिथिलता बरती है. नतीजतन, आम जनता को पानी की आपूर्ति की नियमितता में कमी आ रही है. कभी पानी सुबह 5 बजे, कभी 7 बजे और कभी 10 बजे आता है, जिससे नागरिकों को भारी परेशानी हो रही है. इसके अलावा, योजना में पानी के कनेक्शन की कीमत भी मनमानी तरीके से बढ़ा दी गई है, जो कि सरकारी बदनामी का कारण बन रही है.
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पानी की अनियमित आपूर्ति और मनमानी कीमतों के खिलाफ कांग्रेस का प्रदर्शन
कांग्रेस नेताओं ने चेतावनी दी कि अगर समय रहते मोहरदा जलापूर्ति योजना को जनहित में पूरा नहीं किया गया, तो पूर्वी सिंहभूम जिला कांग्रेस कमिटी को मजबूरन एक बड़ा आंदोलन करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा. प्रदर्शन के दौरान यह भी बताया गया कि इस योजना के तहत बिरसानगर, मोहरदा, मोराकाटी, बारीडीह बस्ती, बागुनहातू और बागुननगर के लगभग 50,000 घरों को जलापूर्ति मिलनी थी, लेकिन अभी भी 25 से 30% घरों में पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है. कांग्रेस ने यह भी कहा कि अगर प्रशासन ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो आंदोलन की जिम्मेदारी पूरी तरह से राज्य सरकार की होगी.