Jamshedpur.
जमशेदपुर शहर को सरायकेला जिले से जोड़ने वाली डोबो पुल के नामकरण को लेकर आदिवासी एवं कुड़मी महतो समाज के बीच विवाद छिड़ गया है. जहां एक तरफ आदिवासी समुदाय पुल का नाम धरती आबा बिरसा मुंडा के नाम पर रखना चाहते हैं. वहीं कुड़मी महतो समाज ने यहां शहीद रघुनाथ महतो की प्रतिमा स्थापित कर दी है.
वैसे मामला विगत तीन दिनों से चल रहा है. जहां कुड़मी महतो समाज ने पुल पर चुआड़ विद्रोह के महानायक शहीद रघुनाथ महतो की प्रतिमा को स्थापित कर पुल का नाम शहीद रघुनाथ महतो के नाम पर किया है. आदिवासी समुदाय के अनुसार पुल निर्माण के समय से ही धरती आबा बिरसा मुंडा के नाम पर पुल का नामकरण ग्राम सभा ने किया था और कुड़मी महतो समाज के लोगों ने जबरन उस बोर्ड को हटाकर प्रतिमा स्थापित कर दी है. इन्होंने गुरुवार को यहां दोबारा धरती आबा बिरसा मुंडा के नाम पर पुल के नामकरण का बोर्ड स्थापित कर दिया. इन्होंने कहा की बिना ग्राम सभा से बातचीत किये कुड़मी महतो समाज के लोगों ने जबरन प्रतिमा स्थापित की थी, जिसके विरोध मे दोबारा यहां बोर्ड लगाया गया है और आगे वे सभी संवाधानिक लड़ाई लड़ेंगे.
वहीं कुड़मी महतो समाज के लोगों के अनुसार शहीद रघुनाथ महतो के नाम का अपमान यहाँ हुआ है. इसका विरोध समाज के लोगों ने किया है. यहां तक की प्रशाशन ने आज दोनों पक्ष के साथ वार्ता करने की बात कही थी लेकिन प्रशाशन के सामने बोर्ड लगा दिया गया और प्रशाशन मूक दर्शक बनी रही. इन्होंने कहा की अगर प्रशाशन अब वार्ता के माध्यम से इसका हल निकालती हैं तो कुड़मी महतो समाज आगे उग्र आंदोलन के लिए बाध्य हो जाएगी.


