कीताडीह उत्तरी पंचायत का मामला, नाली निर्माण में लगा दी गई पुरानी ईंट

मुखिया, वार्ड मेंबर सभी जिम्मेदारों ने की कार्य की अनदेखी, जनता के पैसे का खुलेआम हुआ बंदरबांट

चरणजीत सिंह.

झारखंड में सरकारी खजाने की लूट खसोट से सब जग जाहिर है. अभी पिछले दिनों ही फतेह लाइव ने मानगो नगर निगम में अनोखे घोटाले की पोल खोल खबर उजागर की थी, जिसमें विभिन्न योजनाओं में बिना काम किये करोड़ों करोड़ की निकासी कर ली गई थी. अब वैसे ही भ्रष्टाचार से संबंधित ताजा मामला जमशेदपुर प्रखंड में चर्चा का विषय बना हुआ है, जहां नाली निर्माण के लिए 15वें वित्त आयोग से अखिलेश्वर सोरेन के घर के पास से नाली विस्तारीकरण के साथ निर्माण कार्य को लेकर हाकीम पाड़ा लाभुक समिति का चयन किया गया. उक्त कार्य की राशि एक लाख 99 हजार 962.62 है. अब हुआ यह है कि समिति द्वारा जब कार्य शुरु किया गया तो पुरानी नाली को तोड़कर जो पुराने इंट निकाले गए, उससे ही नाली का नया निर्माण शुरु कर दिया गया, जो अपने आप में घोटाले को दर्शाता है. सबसे बड़ी बात यह है कि उत्तरी कीताडीह पंचायत में जहां कार्य किया जा रहा है. वह कार्य क्षेत्र प्रखंड कार्यालय से मात्र आधा किमी दूरी पर है. जहां प्रखंड के अधिकारी जा नहीं पाते हैं तो दूर दराज की योजनाओं का भगवान ही मालक होगा, यह कहना कतई गलत नहीं होगा. इसके अलावा प्रखंड के कनीय अभियंता शनि भूषण सिंह का घर भी इसी प्रखंड अंतर्गत घाघीडीह क्षेत्र में है. इसके बावजूद भी कार्य को देख नहीं पा रहे हैं. इस बाबत उनका पक्ष लेने के लिए फतेह लाइव ने दो दिनों में तीन बार फोन किया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया. बीडीओ सुमित कुमार को भी फोन किया गया, उन्होंने भी रिसीव नहीं किया.

वार्ड मेंबर के घर के सामने ही हो रहा निर्माण

उक्त नाली का निर्माण वार्ड मेंबर मालती सोरेन के घर के सामने ही किया जा रहा है. सूत्र बताते हैं कि समिति के अध्यक्ष व सचिन रबड़ स्टंप है, जबकि वार्ड मेंबर मालती सोरेन के पति हेमंत सोरेन के द्वारा कार्य कराया जा रहा है. यह सब अनियमितता की अगर जांच होती है तो प्रखंड में जनता की राशि का दुरुपयोग रोका जा सकता है.

मामला पकड़ में आने के बाद पुरानी ईंट के ऊपर नई ईंट जोड़ी गई, आंख में धूल झोंकने के लिए

ये है लाभुक समिति में शामिल लोग

समिति का अध्यक्ष रचना मिंज जबकि सचिव जिनिद सांगा हैं. वहीं, इलाके के मुखिया मनोज कुमार मुर्मू, उप-मुखिया रमेश प्रसाद, पंसस लक्ष्मी बोदरा और वार्ड सदस्य मालती सोरेन हैं. उपरोक्त सभी जन प्रतिनिधि भी अनियमितता के इस कार्य को अनदेखा क्यों करते हैं यह जांच का विषय है. सूत्र बताते हैं कि पंचायती राज के ऐसे कार्यों में कमीशन की खेला भी जोर शोर से चलती है.

योजनास्थल का बोर्ड

ह है नियम

जानकारी के अनुसार पंचायती राज अधिनियम के तहत पंचायत में जो भी निर्वाची सदस्य हैं. उनको पंचायत का विकास कार्य नहीं दिया जाना है, जबकि जमशेदपुर प्रखंड में इन नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं.

क्या कहते हैं जिम्मेदार

कार्य में अनियमितता की जानकारी मिलने पर काम को रोकवा दिया गया है. योजना का सारा फंड रोक दिया गया है. मामले में जो भी अनुशासनत्मक कार्रवाई होगी, वह की जाएगी. जैनुल हक, सहायक अभियंता, जमशेदपुर प्रखंड.

हमें भी जब पता चला कि नाली निर्माण में पुरानी ईंट का उपयोग गया है. तो जाकर निर्माण कार्य को तोड़वा दिया गया है. क्षेत्र में विकास योजनाओं में गड़बड़ी पर उनकी पूरी नजर है. जनता के साथ धोखा नहीं होने देंगे. 

मनोज कुमार मुर्मू, मुखिया, उत्तरी कीताडीह पंचायत.

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