फतेह लाइव, रिपोर्टर.
धनबाद का सिंदरी शहर देशभक्ति के रंग में मंगलवार को सराबोर हो गया. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) कार्यालय से एक भव्य तिरंगा यात्रा निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिकों और पार्टी कार्यकर्ताओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया. इस यात्रा का मुख्य आकर्षण भूतपूर्व सैनिकों का सम्मान समारोह रहा, जिसने उपस्थित लोगों में गर्व और कृतज्ञता की भावना जगाई.
यात्रा का शुभारंभ बीजेपी कार्यालय से हुआ. हाथों में तिरंगा लिए, लोग भारत माता की जय और देशभक्ति के नारों के साथ आगे बढ़े. यह यात्रा शहर के मुख्य मार्गों से गुजरी, जिसमें शाहपुरा मार्केट और ऐतिहासिक कुंवर सिंह चौक शामिल थे. इन स्थानों पर लोगों ने पुष्प वर्षा कर यात्रा का स्वागत किया और देशभक्ति के उत्साह में अपनी भागीदारी दर्ज कराई.
कुंवर सिंह चौक पर पहुँचकर, यात्रा एक सम्मान समारोह में परिवर्तित हो गई. इस अवसर पर सिंदरी के उन वीर सपूतों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने देश की सीमाओं की रक्षा में अपना जीवन समर्पित किया. सम्मानित करने वाले गणमान्य व्यक्तियों में प्रमुख रूप से दिनेश सिंह, विजय सिंह, मनोज मिश्रा एनिमा सिंह, बृजेश सिंह, दीपक कुमार दीपू, इंद्र मोहन सिंह, प्रकाश बावरी और गण्या शामिल थे.
इन सभी ने भूतपूर्व सैनिकों के त्याग और बलिदान की सराहना की और उन्हें शॉल ओढ़ाकर तथा स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया. इस अवसर पर दिनेश सिंह ने अपने संबोधन में कहा, “हमारे भूतपूर्व सैनिक देश का गौरव है. उन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना देश की रक्षा की है. आज हम उन्हें सम्मानित कर स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. विजय सिंह ने युवाओं से प्रेरणा लेने और देश सेवा के लिए तत्पर रहने का आह्वान किया. एनिमा सिंह ने कहा कि यह सम्मान न केवल सैनिकों के लिए है, बल्कि उन परिवारों के लिए भी है जिन्होंने अपने प्रियजनों को देश सेवा के लिए समर्पित किया.
सम्मान समारोह के बाद, तिरंगा यात्रा वापस बीजेपी कार्यालय की ओर रवाना हुई, जहाँ यह शांतिपूर्वक संपन्न हुई. इस पूरे कार्यक्रम के दौरान देशभक्ति का माहौल बना रहा और लोगों ने एक स्वर में देश के प्रति अपनी निष्ठा व्यक्त की. यह तिरंगा यात्रा और भूतपूर्व सैनिकों का सम्मान समारोह सिंदरी के लोगों के दिलों में देशभक्ति की भावना को और मजबूत कर गया. यह कार्यक्रम न केवल शहीदों और पूर्व सैनिकों के प्रति सम्मान व्यक्त करने का एक मंच था, बल्कि यह युवाओं को देशप्रेम और कर्तव्यनिष्ठा का संदेश भी दे गया.