चरणजीत सिंह.
फतेह लाइव के जमशेदपुर बिग ब्रेकिंग शीर्षक से अपराहन को एक खबर चली थी. उसका हिंदी में शीर्षक था जुगसलाई, आजादबस्ती और सीकेपी के दो दर्जन युवा दुबई और कतर में फंसे. बकायदा इस खबर में पीड़ितों का वीडियो भी फतेह लाइव ने पाठकों को दिखाया था. उस खबर पर डीसी की प्रतिक्रिया लेने के लिये उन्हें फोन भी किया गया था. उन्होंने फोन नहीं उठाया. लेकिन खबर प्रकाशित होने के बाद फतेह लाइव को जिला प्रशासन की ओर से फोन आया. खबर के पहलू पर तत्थ्य उन्हें उपलब्ध करा दिये गये. युवाओं ने सुरक्षित सांस ली है. शिकायतकर्ता हसन के खिलाफ एजेंसियां आग बबूला हो रही हैं. नये नये तथ्य पेश किये जा रहे हैं. कुल मिलाकर साक्ष्य की सरकार को जांच करनी है, जिसमें एजेंसियां खुद की सफाई दे रही हैं.
खबर का असर – अल सरताज ने ये कहा…
मुंबई से अल सरताज कंपनी के जीएम मोईन शेख ने फतेह लाइव को फोन किया. यहां चौंकाने वाली बात है कि खबर में इस कंपनी का कोई जिक्र नहीं था. खैर उनकी बातों को फतेह लाइव रख रहा है. बकौल मोइन एक सप्ताह पहले अनिल ठाकुर यहां आया था. कतर में. उन्हें 300 जीरम गिफ्ट कंपनी ने दिये. .यह उनके वेतन से नहीं कटने वाले हैं. जीएम को यह बता दिया गया कि यह मसला पुराना है. अनिल ठाकुर की बात नहीं हो रही है. उन्होंने स्वीकार किया कि अगर जो भी बंदे यहां आये थे, उनसे सिविल का काम लिया जा रहा था तो यह गलत है, जबकि कंपनी ने उन्हें भी गिफ्ट दिया था. शारजां से अलेन की दूरी तीन सौ किमी है. हमारे लोग उस युवा की परेशानी दूर करने के लिये निकल चुके हैं. अगर सिविल का काम लिया गया था तो कंपनी को बताना चाहिये था. उसकी समस्या दूर कर दी जायेगी.
सब एजेंट के भी सुनिये बोल
मकदमपुर के सब एजेंट शकील शेख ने भी फतेह लाइव को विभिन्न माध्यमों से अप्रोच किया. कुछ तथाकथित पत्रकारों के माध्यम से प्रेस वार्ता में आने की पेशकश की. फिर थाना में एफआईआर करने और कई तरह के प्रयास किये, लेकिन वह यह बता नहीं पाये कि उन्होंनें लोगों को भेजा है. अंतिम उन्होंने कह दिया कि हसन को शहर बुलवा दे रहे हैं. हसन वहां काम नहीं करता था. 11 माह बाद साजिश के तहत मुझे बदनाम करने के लिए खेला रची गई है. उसके पिता पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं.
भुक्तभोगी हसन ने शकील पर इस पूरे घटनाक्रम के बाद शहर में रह रहे भाई को पीटने का आरोप सब एजेंट पर लगाया है. कई आडियो अपनी सफाई में फतेह लाइव को भेजे गये हैं. फतेह लाइव के पास अगले वीडियो भी है जो अभी प्रकाशित नहीं किये गये हैं. सरकार के पास अनुरोध है कि इस मामले में गंभीरता के साथ जांच कराकर ऐसे गंभीर लोगों पर सख्त कार्रवाई करे, जिससे भारतीयों को बरगलाने वाली जमशेदपुर में बस रही अवैध एजेंसियों को यहां बढ़ावा नहीं मिल सके?