फतेह लाइव, रिपोर्टर.
लंबे समय के बाद आपके लिए Fateh Live अपना चटकदार मसाला में नया किस्सा लेकर आया है. देशों विदेशों में ईमानदारी और मानवता की सेवा करने वाली एक विशेष कौम के लोगों के लिए जमशेदपुर में एक खराब खबर है. समाज के आपसी झगड़ों के कारण और खासकर उसकी अहम (हौमे) की लड़ाई के कारण आगामी दिनों होने वाले एक विशाल धार्मिक अनुष्ठान में ग्रहण लग गया है. इस खबर को अंदर ही अंदर जो भी सुन रहा है उसकी गहरी शब्दों में निंदा कर रहा है.
दरअसल, सामाजिक कार्यों को लेकर चर्चा में आये विशेष समाज के एक व्यक्ति ने झारखंड सरकार के मंत्री तक अपनी पहुंच का फायदा समाज के लिए लेने के उद्देश्य से एक विशाल कार्यक्रम करने का बीड़ा उठाया था. दो से तीन बार की मुलाक़ातों के दौरान मंत्री ने भरोसा दिया था कि वह सरकार से इसके लिए सहयोग करेंगे. इसमें करीब 50 से 60 लाख खर्च होने का अनुमान था. उस शख्श ने एक संस्था को भी आयोजन के लिए साथ रखा था. कुछ विपक्ष के लोग भी शामिल थे. वहीं यह घोषणा मीडिया के जरिये की थी कि वह पूरे समाज के लोगों का सहयोग लेंगे.
इसी क्रम में जहां उक्त संस्था के दो गुट सामने आने और कार्यक्रम में अपना बैनर लगाने को लेकर जिच छिड़ गई. वहीं इस समाज के कुछ स्वयंभू और हाई प्रोफाइल नेता भी सीधे सुबह सुबह मंत्री जी के आवास पहुंच गए और उक्त कार्यक्रम में खुद को आगे रखने की बात कहने लगे. समाज में चर्चा है कि एक नेता ने इस मुलाकात के लिए एक शादी का कार्ड देने का बहाना ढूंढ़ लिया, जबकि चर्चा यह है कि कार्ड पूर्व में ही मंत्री जी के पार्टी कार्यकर्त्ता द्वारा भिजवाया जा चुका था. इन्हीं सब बवंडर को देखते हुए उक्त समाजसेवी ने नमोशी करते हुए खुद को इस आयोजन के लिए पीछे कर लिया. समाज में चल रहे इस अद्भुत रवैये पर तीखे शब्दों में निंदा की है और कड़ी टिप्पणी की है. वहीं इस घटनाक्रम पर समाज में हर ओर चर्चाओं का बाजार गर्म है. लोगों के बीच बहसबाजी हो रही है कि इन नेताओं से समाज का क्या भला होगा?