- बेटे के हत्यारे को सजा दिलाने में पिता ने दिखाई अदम्य हिम्मत
फतेह लाइव, रिपोर्टर
शुक्रवार को एक पिता की जद्दोजहद रंग लाई जब उसके बेटे की हत्या के आरोप में न्यायालय ने दो आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई. राजेंद्र गोप निवासी ग्राम चौधरीबांध थाना बगोदर के पुत्र रमेश यादव की हत्या 1 जुलाई 2022 को घर के सामने हुई थी. उस दिन रमेश यादव अपने घर पर था, तभी 9 आरोपियों ने अचानक घर में घुसकर गाली गलौज करते हुए रमेश को जबरन बाहर निकाला. संजय यादव ने तलवार और चाकू दिखाकर रमेश को पकड़ लिया और जितेन्द्र रजक ने मोटरसाइकिल में बैठाकर कहीं ले गए. इसके बाद सोशल मीडिया के जरिए पता चला कि रमेश की हत्या कर शव रेलवे लाइन के पास फेंका गया है. पुलिस ने शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
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पुलिस की तत्परता से हत्या के मामले में न्याय की उम्मीद बढ़ी
राजेंद्र गोप ने अपने बेटे की हत्या का मामला थाने में दर्ज कराया और आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की. लंबी जांच और कोर्ट की सुनवाई के बाद 23 मई 2025 को एडीजे 3 आशीष महापात्रा की अदालत ने सभी आरोपियों को आजीवन कारावास और 10,000 रुपए जुर्माना की सजा सुनाई. इस फैसले से मृतक के पिता को न्याय मिला और उन्होंने कई मुश्किलों का सामना करते हुए हिम्मत नहीं हारी. उनका संघर्ष और हिम्मत इस मामले में इंसाफ दिलाने में सफल रही.
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पिता की मेहनत और न्यायालय के फैसले ने दिलाई इंसाफ की सांस
मामले की सफलता में पुलिस, न्यायालय और पीड़ित परिवार की कड़ी मेहनत शामिल रही. पिता राजेंद्र गोप ने बताया कि बेटे के हत्यारों के खिलाफ न्याय की लड़ाई लड़ना आसान नहीं था, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और अंततः आज न्यायालय ने उन्हें न्याय दिलाया. इस सजा से जिले में अन्य अपराधियों के लिए भी एक मजबूत संदेश गया है कि अपराध की कोई जगह नहीं है. मृतक के परिवार ने भी इस फैसले को संतोषजनक बताया और न्याय प्रणाली की तारीफ की.