फतेह लाइव, रिपोर्टर.

झारखंड में साइबर क्राइम की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए हिंदू नववर्ष यात्रा के संस्थापक मृत्युंजय कुमार ने झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता से मुलाकात की। उन्होंने साइबर अपराधों की रोकथाम और जनता में जागरूकता बढ़ाने के लिए विशेष अभियान चलाने की आवश्यकता पर जोर दिया।

साइबर अपराधों का बढ़ता खतरा

तकनीकी विकास के साथ ही साइबर अपराध भी तेजी से बढ़ रहे हैं। झारखंड की भोली-भाली जनता फर्जी बैंक कॉल, सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने, साइबर बुलिंग, सॉफ्टवेयर पायरेसी, और वायरस जैसे विभिन्न अपराधों का शिकार हो रही है। इनमें से फर्जी बैंक कॉल और वित्तीय धोखाधड़ी के मामले सबसे अधिक देखने को मिल रहे हैं। लोगों की मेहनत की कमाई साइबर अपराधी मिनटों में उड़ा रहे हैं। दुख की बात यह है कि कई बार जानकारी के अभाव में पीड़ितों को एफआईआर दर्ज कराने के लिए भी कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है।

जागरूकता अभियान की जरूरत

मृत्युंजय कुमार ने डीजीपी से आग्रह किया कि साइबर सुरक्षा को लेकर आम जनता में जागरूकता बढ़ाई जाए। उन्होंने सुझाव दिया कि प्रखंड स्तर पर साइबर सुरक्षा जागरूकता प्रशिक्षण अभियान चलाया जाना चाहिए। इस प्रशिक्षण के जरिए लोगों को फर्जी कॉल और अन्य साइबर अपराधों से बचाव के तरीके सिखाए जा सकते हैं। उन्होंने उदाहरण दिया कि जैसे लोग अपने घरों की सुरक्षा के लिए ताले और अन्य उपाय करते हैं, वैसे ही साइबर सुरक्षा के तरीकों को अपनाकर अपनी मेहनत की कमाई को सुरक्षित किया जा सकता है।

प्रशिक्षण से कम हो सकते हैं अपराध

साइबर अपराध रोकने के लिए पुलिस और अन्य विभागों में समय-समय पर प्रशिक्षण दिया जाता है, लेकिन जनता में इसके प्रति जागरूकता की कमी अपराधों को और बढ़ावा दे रही है। अगर साइबर सुरक्षा का प्रशिक्षण प्रखंड स्तर तक पहुंचाया जाए, तो इन अपराधों को निश्चित रूप से कम किया जा सकता है।

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