फतेह लाइव, रिपोर्टर.
जमशेदपुर के श्री राजस्थान शिवमंदिर जुगसलाई में बुधवार को मार्गशीर्ष शुक्ल एकादशी जिसे मोक्षदा एवं बैकुंठ एकादशी कहा जाता है। बुद्धवार को प्रातः दस बजे से गीता जयंती का दिव्य आयोजन किया गया।
श्री राजस्थान शिवमंदिर जुगसलाई में आज प्रथम बार गीता जयंती का आयोजन किया गया था। गीता जयंती के आज के कार्य क्रम के अन्तर्गत प्रारंभ में गीता जी की पवित्र पोथी का पूजन किया गया। इसके बाद विद्वान आचार्य जी के द्वारा गीता जयंती के बारे में एवं भगवान् योगेश्वर श्रीकृष्ण के द्वारा महाभारत के युद्ध में अर्जुन को दिये गये गीता जी के उपदेश पर सारगर्भित व्याख्यान दिया गया।
भगवान् श्री कृष्ण एवं श्री हरि के नाम का संकिर्तन किये जाने के पश्चात 13 विद्वान पंडितों के द्वारा श्री गीता जी का पाठ किया गया।
इस अवसर पर गीता जी, श्री कृष्ण एवं श्री हरि की विशेष पूजा अर्चना आरती कर भोग लगाया गया एवं उपस्थित भक्तों के बीच प्रसाद वितरण किया गया। वहीं, आज गीता जयंती के अवसर पर विशेष रूप से उपस्थित 13 विद्वान पंडितों का विशिष्ट सम्मान भी दिया गया।
गीता जयंती के अवसर पर आज श्री राजस्थान शिवमंदिर कमेटी जुगसलाई के अध्यक्ष छीतरमल धूत ने सपत्नीक गीता जी की पूजा की। आयोजन को सफल बनाने के लिए श्री राजस्थान शिवमंदिर कमेटी जुगसलाई के महामंत्री अरुण अग्रवाल, कोषाध्यक्ष दीपक अग्रवाल रामूका, सांवर लाल शर्मा, पवन सिंगोदिया, जगदीश धूत,
अंजनी सिंगोदिया, राजेश आदि सक्रिय रूप से उपस्थित थे।
यह जानकारी मीडिया प्रभारी सांवर लाल शर्मा एवं बी एन शर्मा ने संयुक्त रूप से दी.