सड़क को लेकर भाजपा-झामुमो हुए आमने-सामने
फतेह लाइव, रिपोर्टर.
सड़क निर्माण का श्रेय लेने के चक्कर में लोग कितनी बड़ी गलती कर बैठते हैं. इसका अउदाहरण जमशेदपुर लोकसभा के सांसद विद्युत वरण महतो के साथ स्पष्ट तौर पर देखा जा सकता है. रविवार को सांसद प्रतिनिधि दिनेश साहू ने मीडिया को एक सांसद का पत्र उपलब्ध कराया है, जिसमें पथ निर्माण विभाग ने घाटशिला की दो महत्वपूर्ण सड़कों और बहरागोड़ा के एक सड़क का तकनीकी प्राक्कलन पत्र और सांसद का अनुशंसा पत्र प्रेषित किया है.

आपको यह जानकर आश्चर्य होगा की सांसद ने यह अनुशंसा पत्र 30 अगस्त 2024 को सौंपा, जबकि पथ निर्माण विभाग ने अनुशंसा 3 अगस्त 2024 को कर दिए थे. इसका मतलब है की 27 दिन पहले पथ निर्माण विभाग ने पथ के निर्माण के लिए प्राक्कलन पत्र सौंप दिया था लगभग एक महीने बाद सांसद विद्युत वरण महतो को इस निर्माण की खबर पता चली और उन्होंने अनुशंसा पत्र दे दिया. इस संबंध में घाटशिला के विधायक प्रतिनिधि जगदीश भकत ने कहा कि अब सांसद सड़क का प्राक्कलन बन जाने के बाद अनुशंसा कर रहे हैं.

यह पूरे जमशेदपुर लोकसभा की जनता को जानने का विषय है. इस सड़क को लेकर घाटशिला के विधायक सह प्रदेश के जल संसाधन व उच्च शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन न केवल प्रयाससरत थे, बल्कि इस सड़क को पथ निर्माण विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क कर तकनीकी प्रकरण तैयार करवाया, लेकिन अब मौका है विधानसभा चुनाव का तो ऐसे में भारतीय जनता पार्टी अपने श्रेय लेने का चक्कर में सांसद को प्राक्कलन के 27 दिन के बाद अनुशंसा पत्र लिखवा दे रही है और जनता को दिगभ्रमित करने का काम कर रही है.
भकत ने घाटशिला विधानसभा क्षेत्र की जनता से आग्रह किया है कि वह दिगभ्रमित करने वाले नेताओं से न केवल सावधान रहें, बल्कि जरूरत पड़ने पर उन्हें सही जवाब दें. इस संबंध में सांसद प्रतिनिधि दिनेश साहू से जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इसके पहले भी पथ निर्माण विभाग को अनुशंसा का एक पत्र भेजा गया था, लेकिन यह वह पत्र अभी उन्हें खोज कर नहीं मिल रहे हैं.