घाटशिला की हसीन बीवी ने कठिनाईयों के बीच बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का दिया प्रेरक उदाहरण

समाज और प्रशासन ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान को किया समर्थन

फतेह लाइव, रिपोर्टर.

घाटशिला प्रखंड के उत्तरी मउभण्डार पंचायत के फुलपाल गांव की रहने वाली विधवा हसीन बीवी ने 16 साल पहले अपने पति नसरुद्दीन के निधन के बाद भी कठिन परिस्थितियों में मेहनत-मजदूरी कर अपनी बेटी सनी बानो की परवरिश की. उस वक्त उनकी बेटी मात्र 21 दिन की थी जब उनके पति का निधन हुआ था. आर्थिक तंगी के बावजूद उन्होंने बेटी की पढ़ाई पूरी लगन से करवाई और सनी बानो मैट्रिक परीक्षा में 69.6% अंक लेकर सफल हुई. हसीन बीवी का कहना है कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का उनका यह प्रयास समाज के लिए एक मिसाल है.

विधवा महिला की बेटी ने मैट्रिक में बेहतरीन सफलता हासिल की

हसीन बीवी ने बताया कि यदि उन्हें और समाज का सहयोग मिलता रहा तो वह बेटी की आगे की पढ़ाई और आईएएस बनाने के सपने को पूरा करना चाहती हैं. पंचायत अध्यक्ष तैयब अली और सचिव शेख अखरुद्दीन ने भी इस प्रयास को सराहा और सहायता का आश्वासन दिया. हसीन बीवी ने जोर देते हुए कहा कि बेटियां बोझ नहीं बल्कि स्वाभिमान हैं, और उनकी बेटी उनकी सबसे बड़ी शान है. भविष्य में सरकार की भूमिका पर नजर रखी जाएगी ताकि बेटियों के लिए बेहतर अवसर मिल सकें.

Share.
© 2025 (ਫਤਿਹ ਲਾਈਵ) FatehLive.com. Designed by Forever Infotech.
Exit mobile version