- मजदूरों के अधिकारों के लिए भाकपा-माले और असंगठित मजदूर मोर्चा की संयुक्त बैठक में उठाए गए मुद्दे
फतेह लाइव, रिपोर्टर
1 मई 2025 को अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस के मौके पर गिरिडीह के टुण्डी रोड स्थित मोहनपुर में विशाल मजदूर सभा और रैली आयोजित की जाएगी. इस कार्यक्रम की तैयारी के लिए भाकपा-माले और असंगठित मजदूर मोर्चा की बैठक हुई. बैठक में किशोर राय, कन्हैया पाण्डेय, राजेश सिन्हा, शंकर पांडेय सहित कई नेताओं ने भाग लिया और रैली की तैयारियों की समीक्षा की. रैली दोपहर 2 बजे मोहनपुर से शुरू होगी, जो अजीडीह के मुख्य मार्गों से होते हुए फिर सभा स्थल पर वापस पहुंचेगी. रैली के दौरान मजदूर आंदोलन में शहीद हुए अमर सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए शहीद वेदी पर पुष्प चढ़ाए जाएंगे.
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मोदी सरकार के श्रम कानूनों के खिलाफ संघर्ष का आह्वान
सभा में भाकपा-माले के केंद्रीय कमेटी सदस्य हलधर महतो, बगोदर के पूर्व विधायक कामरेड विनोद कुमार सिंह, निरसा के माले विधायक अरूप चटर्जी, राज्य सचिव मनोज भक्त, और कई अन्य प्रमुख नेता शिरकत करेंगे. इस मौके पर बढ़ती मंहगाई, घटते रोजगार, जानलेवा प्रदूषण, मजदूरों की कम होती मजदूरी, और काम के घंटों में वृद्धि जैसे मुद्दों पर चर्चा की जाएगी. इसके साथ ही मोदी सरकार द्वारा प्रस्तावित चार लेबर कोड को वापस लेने की मांग भी उठाई जाएगी. इस संघर्ष को आगे बढ़ाने के लिए सभा में कई प्रस्ताव पास किए जाएंगे.
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मजदूरों के अधिकारों की रक्षा के लिए बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय
इस बैठक में असंगठित मजदूर मोर्चा के कई प्रमुख नेता उपस्थित थे, जिनमें नवीन पांडेय, मसूदन कोल्ह, लखन कोल्ह, दीपक गोस्वामी, दिलचन्द कोल्ह, गुलाब कोल्ह, अरविंद टुडू, सुनील ठाकुर, अमृत साव और माले के राजेश सिन्हा, शंकर पांडे, तबारक खान, एकराम अंसारी, और मजहर अंसारी शामिल थे. इन नेताओं ने मजदूरों के हक के लिए संगठित संघर्ष को मजबूत करने की दिशा में कई कदम उठाने का संकल्प लिया. इस बैठक में एक साथ कई मजदूर नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मजदूरों के अधिकारों को लेकर अपनी आवाज उठाई और सरकार के खिलाफ संगठित होकर संघर्ष करने का संकल्प लिया.