फतेह लाइव, रिपोर्टर
बुधवार को SSB के 61वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में 35वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल गिरिडीह में श्री अन्न मिलेट्स/मोटे अनाज को बढावा देने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ परिमल कुमार सिन्हा डिप्टी सीएमओ सीसीएल हॉस्पिटल गिरिडीह द्वारा पीपीटी के माध्यम से सभी अधिकारी व कार्मिको को श्री अन्न मोटे अनाज से होने वाले लाभों के बारे में बताया गया. साथ ही बताया कि मनुष्य को स्वस्थ रहने के लिए मोटे अनाज का सेवन करना बहुत ही जरुरी है. इस दौरान 35वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल के कमान अधिकारी कृष्लय उपाध्याय द्वारा बताया गया कि श्री अन्न मोटे अनाज का उपयोग वाहिनी के मेस में लगातार किया जा रहा है और इसके उपयोग को बढ़ावा देने के लिए जागरूक किया जा रहा है जिससे देश के नागरिक मोटे अनाज का उपयोग करके स्वस्थ रह सकें.
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विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद मुखिया शिवनाथ साव ने कहा कि कार्यक्रम का एक मात्र उद्देश्य है कि आज के दिनों में मोटा अनाज यानी मड़वा, ज्वार, बाजरा, मक्का, कोदो, गोंदली यदि जो गरीबों के अनाज के रूप में भी जाना जाता है वो हमारे थाली से दूर होते जा रहा हैं. जो आज देश में कुपोषण का एक सबसे बड़ा कारण यह भी है. दूसरे देशों में हमारे देश का मोटा अनाज मंगवा कर उसे अपने दैनिक जीवन के खान-पान में अपनाकर निरोग और पुष्ट हो रहें हैं. वहीं हमारा देश दूसरे देशों का पिज़ा, मोमोज, पास्ता, चाउमीन यादि खाद्य पदार्थ जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है उसे धड़ल्ले से अपने घर में उपयोग में ला रहें हैं, जो हमलोगों व हमारे बच्चों के सेहत के लिए उचित नहीं है. हम गरीबों का अनाज के रूप में जानते है वह अब देश विदेश के अरबपतियों का भोजन बन गया है. कार्यक्रम में सेना के द्वारा तैयार की गई मोटे अनाज का लजीज पकवान को अतिथि व एसएसबी के पदाधिकारी व जवानों द्वारा ग्रहण किया गया.