- हत्याओं और अवैध वसूली के बढ़ते मामलों को लेकर राज्यपाल से की त्वरित कार्रवाई की अपील
फतेह लाइव, रिपोर्टर
शुक्रवार को समाजसेवी एवं आजसू के वरिष्ठ नेता संजय मेहता ने एक प्रतिनिधिमंडल के साथ झारखंड के राज्यपाल से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने झारखंड में बिगड़ी हुई कानून व्यवस्था को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की. मेहता ने बताया कि राज्य में जनमानस में भय और अविश्वास का माहौल व्याप्त हो गया है, जिससे आम जनता असुरक्षित महसूस कर रही है. उन्होंने राज्यपाल को एक पत्र भी सौंपा जिसमें जनवरी से जून 2025 के बीच लगभग 640 हत्याओं की घटनाओं का जिक्र है, जिनमें से 380 हत्याएं मात्र तीन महीनों में हुई हैं. इस दौरान हजारीबाग, राँची और अन्य इलाकों में दर्ज हत्याएं भी प्रमुखता से शामिल हैं.
इसे भी पढ़ें : Jamshedpur : पत्रकार धर्मेंद्र के बड़े भाई सतेंद्र कुमार मिश्रा का निधन
झारखंड में कानून व्यवस्था की बिगड़ती तस्वीर
पत्र में राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आँकड़ों का हवाला देते हुए मेहता ने कहा कि झारखंड देश में सियासी हत्याओं के मामले में पहले स्थान पर है. 2020 से 2024 तक औसतन 1600 हत्याएं प्रतिवर्ष दर्ज की गई हैं, जबकि 2021 में राज्य की हत्या दर 5.7% रही, जो राष्ट्रीय औसत 2.2% से कहीं अधिक है. मेहता ने पुलिस प्रशासन पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस विफल है और इसके कुछ हिस्से अवैध वसूली और अनैतिक कृत्यों में लिप्त हैं. उन्होंने मीडिया रिपोर्ट्स का हवाला देते हुए कहा कि ऐसी स्थिति में नागरिकों का शासन और पुलिस पर भरोसा कम होता जा रहा है.
इसे भी पढ़ें : Jamshedpur : जनजातीय कार्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव ने बोड़ाम व जमशेदपुर सदर प्रखंड का किया निरीक्षण
पुलिस पर अवैध वसूली और भ्रष्टाचार के आरोप
प्रतिनिधिमंडल में संजय मेहता के साथ दीपशिखा कुमारी, रोहित महतो, अमित यादव, संजय साहू और प्रह्लाद अग्रवाल भी मौजूद थे. मेहता ने राज्यपाल से आग्रह किया कि वे इस गंभीर स्थिति पर त्वरित संज्ञान लें और प्रभावी कदम उठाकर झारखंड में कानून व्यवस्था को मजबूत करें. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को अवैध गतिविधियों पर नियंत्रण करते हुए आम जनता का विश्वास बहाल करना होगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जनहित में ऐसे कदम उठाना आवश्यक है जिससे प्रदेश की सुरक्षा एवं शांति बनी रहे.