इसे लेकर उचित मुआवजा का मांग की गयी,उसरी नदी में नहाने के जगह पर घाट बनाने की मांग की गई


फतेह लाइव, रिपोर्टर.
मंगलवार दोपहर तीन बजे बनखंजों के समीप उसरी नदी में नहाने गया था सद्दाम,उसी बीच पैर फिसल जाने के कारण वह डूब गया. ज्ञात हो बालू उठाव के कारण वंहा लगभग 15 फीट गड्ढा हो गया है. वही जा नीचे फस गया था सद्दाम। सद्दाम के पिता रियाज अंसारी का वही सहारा था. हाल ही में उसकी शादी हुई थी और दो साल की बेटी है और उसकी पत्नी जुलेखा प्रवीण को प्रिग्नेसी प्रियड में है,घर में दो भाई है।
माले नेता राजेश सिन्हा,जेएमएम के युवा नेता सन्नी रैन,पुर्व वार्ड पार्षद के अलावा सैकड़ों युवा,महिला और बुजुर्ग उसरी नदी के तट पर मौजूद थे। माले नेता राजेश सिन्हा ने कहा की जिला प्रशासन को गोताखोर टीम एक रखना चाहिए सालों भर रखना चाहिए जिसे कहीं भी किसी प्रकार का हादसा होता हो तो वह तुरंत हाजिर हो जाते हैं सरकार उसकी प्रत्येक मंच कुछ पेमेंट करते तो ऐसे हादसा पर तत्काल राहत हो पाती डूबने के बाद 5-6 घंटे के बाद राहत कार्य गिरिडीह में शुरू होता है तब तक जो जिंदा रहने की उम्मीद थी वह भी खत्म हो जाती है.
दुख कब आती है की जिला प्रशासन उसी से नजदीक रहने के बावजूद भी पहल ना के बराबर की है,बस लाश का इंतजार कर रहे थे. पंचनामा लिखने का इंतजार कर रहे थे जबकि जिला प्रशासन को चाहिए परिवार के साथ रात को भी खड़ा रहे अकेला छोड़ दिया गया हम इसका विरोध करते है,साथ ही साथ उचित मुवाजजे का मांग करते है,परिवार को दुख सहने की शक्ति प्रदान करें यही कामना करते है, ग्रामीण,युवा और खंडोली से आए गोताखोर लोगो की अच्छी मेहनत का नतीजा है कि सद्दाम के बॉडी की निगरानी होती रही वरना सुबह साढ़े सात बजे जब खुद पानी से बाहर आया लाश तो लोगो ने देखा तो खीच कर बाहर लाया।
जेएमएम के युवा नेता सन्नी रैन दिन और रात के साथ सुबह जब लाश निकल रहा था साथ थे सभी सद्दाम के घर गए पचंबा थाना ने घर पर आकर पंचनामा बनाया,उसके बाद पोस्टमार्टम के लिए सदर हॉस्पिटल ले जाया गया काश सन्नी रैन भी साथ थे, सन्नी ने कहा गोताखोर की एक टीम हमेशा के लिए होना चाहिए साथ ही साथ मुआवजा की बात की।
वहीं पूर्व पार्षद नूर आलम ने कहा जिला प्रशासन घटनाक्रम के बाद से नदारत है जिला प्रशासन एक भी ऐसा काम नहीं किया जिससे हम कह सकते हैं कि सद्दाम कैलाश को निकालने के लिए उन्होंने कुछ पल की जनता नाराज है जिला प्रशासन को सुधार की जरूरत है।
वही राधा स्वामी संस्थान के मुकेश सिंह ने कहा कि इसकी 2 साल की बच्ची की पढ़ाई और इसकी शादी तक राधा स्वामी संस्थान पूरा खर्चा उठायेगी।