• जलसहिया कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर बैठक में कई प्रस्तावों पर सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया,
  • राज्यभर में जागरूकता अभियान चलाने की योजना

फतेह लाइव, रिपोर्टर

रविवार, 18 मई को झारखंड राज्य महिला जलसहिया कर्मचारी संघ की जिला शाखा गिरिडीह की बैठक का आयोजन कोलडिया स्थित किरण पब्लिक स्कूल में किया गया. इस बैठक की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष दिव्या देवी ने की और प्रदेश संरक्षक अशोक कुमार सिंह की निगरानी में बैठक संपन्न हुई. बैठक में जलसहिया कर्मचारियों की विभिन्न समस्याओं पर चर्चा हुई और इस मौके पर पांच महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया. बैठक में राज्यभर में जलसहिया कर्मचारियों के लिए जागरूकता अभियान चलाने की योजना बनाई गई.

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जलसहिया कर्मचारियों के लिए जागरूकता अभियान और सरकार से समर्थन की मांग

बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया कि प्रदेश अध्यक्ष सितारा परवीन और जिला अध्यक्ष दिव्या देवी समेत अन्य प्रमुख सदस्य 24 मई 2025 को दुमका, गोड्डा और देवघर जिले में जलसहिया वाहनों को जागरूक करेंगे. इसके बाद दूसरे सप्ताह हजारीबाग, चतरा और कोडरमा जिलों में भी इस अभियान का विस्तार किया जाएगा. इसके अलावा, बैठक में जलसहिया कर्मचारियों की विभिन्न समस्याओं को लेकर सरकार से कुछ महत्वपूर्ण मांगें भी की गईं. जिसमें प्रमुख मांग यह रही कि जलसहिया कर्मचारियों के लिए स्थायी और सुरक्षित कार्य वातावरण सुनिश्चित किया जाए.

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जलसहिया कर्मचारियों के लिए स्थायी समाधान और बीसी यसएम की पुनः नियुक्ति की मांग

बैठक में जलसहिया कर्मचारियों द्वारा सरकार से मांग की गई कि जलसहिया कर्मचारियों के मानदेय को न्यूनतम मजदूरी के आधार पर निर्धारित किया जाए. साथ ही, सरकार से यह भी अनुरोध किया गया कि आंगनबाड़ी सेविकाओं की तरह जलसहिया कर्मचारियों का मासिक मानदेय कम से कम 11,000 रुपये तय किया जाए. इसके अतिरिक्त, जलसहिया कर्मचारियों के परिचय पत्र की आपूर्ति कर कार्यों की सूची जारी करने की भी मांग की गई. साथ ही, यह भी सुनिश्चित किया जाए कि जलसहिया कर्मचारियों का मानदेय नियमित रूप से प्रत्येक माह भुगतान किया जाए.

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जलसहिया कर्मचारियों के मानदेय और कार्यों के बारे में नई मांगों का प्रस्ताव

बैठक में प्रदेश मुख्य संरक्षक सह राष्ट्रीय संगठन सचिव Noge ने भी अपने विचार रखे और कहा कि सरकार को जलसहिया कर्मचारियों की भूमिका को समझना चाहिए. उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में जलसहिया कर्मचारियों का योगदान बहुत महत्वपूर्ण है और उन्हें सम्मानजनक कार्य वातावरण मिलना चाहिए. साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि पेयजल विभाग में भ्रष्टाचार की नीतियों को रोकने के लिए जलसहिया कर्मचारियों का सहयोग जरूरी है. बैठक में विभिन्न प्रखंडों से कई जलसहिया महिलाएं भी उपस्थित थीं, जिनमें सितारा परवीन, सरिता देवी, दिव्या देवी, बंदनी देवी, नीतू देवी, सुनीता देवी, सूरज मुनि, मंजू देवी, सोनी देवी, जसोदा देवी, सीमा देवी, पार्वती मुर्मू, मलोटी देवी, कविता देवी, और ज्योति टुडू प्रमुख थीं.

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