- बच्चों के स्वास्थ्य व एकाग्रता बढ़ाने हेतु 06 महीने से 12 वर्ष के बच्चों को दिया गया सुवर्ण प्राशन
फतेह लाइव, रिपोर्टर
सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, बरगंडा में लोक माता अहिल्याबाई होल्कर की त्रिशताब्दी जयंती वर्ष के अवसर पर सुवर्ण प्राशन संस्कार का आयोजन किया गया. प्रधानाचार्य आनंद कमल ने बताया कि यह संस्कार बच्चों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ाने के लिए 06 महीने से 12 वर्ष की उम्र तक कराया जाता है. सुवर्ण प्राशन बच्चों की एकाग्रता, याददाश्त और सीखने की क्षमता को भी बढ़ाता है.
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सुवर्ण प्राशन से बच्चों का स्वास्थ्य और मनोबल बढ़ाने का प्रयास
कार्यक्रम में समिति अध्यक्ष संजय राजगढ़िया, उपाध्यक्ष सतीश्वर प्रसाद सिन्हा, प्रधानाचार्य आनंद कमल और प्रमुख कल्पना तिवारी ने बच्चों को सुवर्ण प्राशन की दवा पिलाई. इस अवसर पर सभी भैया बहन जी भी मौजूद थे और बच्चों में उत्साह का माहौल था.