- राजेश यादव ने प्रशासन से अवैध खनन की रोकथाम की मांग की, आंदोलन की चेतावनी
फतेह लाइव, रिपोर्टर






































डमरगुरहा के ग्रामीणों ने अवैध बालू खनन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. उनका आरोप है कि सूचना देने और मामले को बार-बार उजागर करने के बावजूद प्रशासन ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है. इसके परिणामस्वरूप उसरी नदी का बालू अवैध तरीके से बिहार भेजा जा रहा है, जो स्थानीय पर्यावरण और ग्रामीणों की आजीविका के लिए खतरे का कारण बन रहा है. पूर्व जिप सदस्य और फॉरवर्ड ब्लॉक नेता राजेश यादव ने प्रेस बयान जारी कर कहा कि स्थानीय जरूरतों के लिए बालू उठाना ठीक है, क्योंकि इससे सैकड़ों गरीबों को रोजगार मिलता है. लेकिन डमरगुरहा और ताराटांड़ के बीच जिस तरीके से अवैध रूप से बालू की तस्करी की जा रही है, वह क्षेत्र के लोगों के लिए गंभीर समस्या बन चुकी है.
इसे भी पढ़ें : Giridih : बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान की 10वीं वर्षगांठ पर किशोरियों के लिए आत्मरक्षा कार्यक्रम
यादव ने कहा कि अगर यह सिलसिला जारी रहा, तो आने वाले समय में स्थानीय लोग अपनी आवश्यकताओं के लिए भी बालू नहीं पा सकेंगे. ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए नदी में उतरकर प्रशासन से अवैध खनन पर रोक लगाने की मांग की. उनका कहना है कि प्रशासन को तत्काल इस मुद्दे पर संज्ञान लेना चाहिए. अगर प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया, तो उनका संगठन संबंधित विभागों और अधिकारियों को लिखित जानकारी देगा और फिर आंदोलन का रास्ता अपनाएगा. इस विरोध में शामिल ग्रामीणों ने अवैध बालू खनन के खिलाफ आवाज उठाने के लिए एकजुट होकर प्रशासन से सख्त कार्रवाई की अपील की है. वे यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि उनकी जमीन और पर्यावरण का नुकसान न हो और बालू की तस्करी पर लगाम लगे.