- अखंड पाठ, नृत्य, नाटक और भजन के साथ संपन्न हुआ दो दिवसीय कार्यक्रम
- गुरु गोविंद धाम मंदिर का 21वां वर्षगांठ भी मनाया गया
फतेह लाइव, रिपोर्टर
गिरिडीह के श्री कबीर ज्ञान मंदिर में सद्गुरु विवेक साहब के निर्वाण दिवस के अवसर पर दो दिवसीय महोत्सव का आयोजन किया गया. पहले दिन की शुरुआत संत कबीर साहब के कृत साखीग्रंथ के पाठ से हुई, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया. कार्यक्रम के दौरान श्रद्धालुओं ने सद्गुरु विवेक साहब की पावन समाधि पर चादर अर्पित की. कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में नन्हे मुन्ने बच्चों ने भावनात्मक नृत्य की प्रस्तुति दी और ‘जागो हिंदू जागो’ नामक नाटक का मंचन किया.
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इस नाटक के माध्यम से हिंदू संस्कृति पर मुगलों के आक्रमण, भारत की भूमि पर उनके द्वारा किए गए अत्याचारों और हिंदू समाज की आपसी फूट को दर्शाया गया. नाटक में महाराणा प्रताप के त्याग को भी प्रमुखता से दिखाया गया. इस विशेष अवसर पर सद्गुरु मां ने एक दिव्य भजन प्रस्तुत किया, जो कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण बना. महा आरती और भंडारे के साथ पहले दिन के कार्यक्रम का समापन हुआ. गौरतलब है कि इस दिन गुरु गोविंद धाम मंदिर का 21वां वर्षगांठ भी मनाया गया. इस मंदिर में भगवान नारायण और सद्गुरु कबीर के मनोहारी विग्रह स्थापित हैं, जो भक्तों के लिए आस्था का केंद्र बने हुए हैं.
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सद्गुरु मां ने इस अवसर पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि ऐसे आयोजनों से समाज में जागृति आती है और समाज, धर्म और राष्ट्र को सशक्त बनाने में योगदान मिलता है. उन्होंने गुरु के महत्व को भी बताया और कहा कि गुरु ही ब्रह्मा, विष्णु और शिव के रूप होते हैं. सद्गुरु मां ने कहा कि गुरु की भक्ति में ही हमारी उन्नति है और वह संजीवनी शक्ति प्रदान करती है, जो मुर्दे में भी प्राण फूंकने की क्षमता रखती है.