संगत को जागरूक रहने की अपील, जोगी बोले- निशान सिंह एक नंबर के झूठे हैं
फतेह लाइव, रिपोर्टर.
जमशेदपुर के साकची गुरुद्वारा में प्रधानगी के चुनाव को लेकर आरोप प्रत्यारोप के बीच निशान सिंह को विपक्ष ने एक बड़ा झटका दिया है. गुरुवार को सर्जिकल स्ट्राइक की तर्ज पर निशान सिंह ने विपक्ष के उम्मीदवार हरविंदर सिंह मंटू और उनकी टीम पर एक आरोप लगाया था. निशान सिंह ने कहा था कि साकची गुरुद्वारा के अधीन चल रहे मार्डन स्कूल को पूर्व कमेटी के प्रधान मंटू ने लीज पर दे दिया है. निशान सिंह ने इस हमले के तहत विपक्ष को ओंदे-मुंह गिराने की कोशिश की थी, लेकिन उनका यह फंडा महज एक चुनावी स्टंट निकला और हुआ यूं कि शाम होते होते ही हरविंदर सिंह मंटू ने अपनी टीम के साथ उस चुनावी फंडे या फिर सर्जिकल स्ट्राइक को ध्वस्त करके ही दम लिया.
निशान सिंह के आरोपों पर पलटवार करते हुए जहां मंटू ने बताया कि इंग्लिश मार्डन स्कूल का दूसरा और तीसरा तल्ला कई वर्षों से बंद था, जहां पहले एक कॉलेज चलता था. इससे गुरु घर को नुकसान हो रहा था. हमारे कार्यकाल में उसपर सर्वसम्मति से विचार हुआ. जिसके बाद उसे शांता सिंह नामक महिला को 85 हजार रूपये में किराये पर दिया गया. चूंकि शांता सिंह ने वहां एनजीओ के प्रावधान के रूप अपना कार्य शुरू करना था. सरकारी नियमों के अनुसार उक्त महिला को जगह किराये पर देने के लिए रेंट एग्रीमेंट किया गया, जो तीन साल का था.
मंटू ने फिर बताया कि अगर वह लीज पर देते तो वह 99 साल की होती और बकायदा उसकी रजिस्ट्री करानी होती. हमने लीज पर नहीं किराये पर एग्रीमेंट किया था, जिसके कागजात प्रस्तुत किये गए. साथ ही मंटू ने निशान सिंह और उस शांता देवी नामक किरायेदार के बीच हुए अगले तीन साल का एग्रीमेंट भी पेश किया गया, जहां उनके द्वारा किराया बढ़ाकर 90 हजार कर दिया गया. फिलहाल जनवरी से उक्त एग्रीमेंट भी समाप्त हो चुका है, क्यूंकि प्रधान निशान सिंह की कमेटी अब भंग हो चुकी है. विपक्ष ने ऐसे अपने आरोपों को निराधार साबित किया और कहा कि निशान सिंह जल्दी से चुनाव कराएं. सिख संगत की पगड़ी को उछालने से बाज आये. इस तरह के अनर्गल आरोपों से वह चुनाव को टालना चाह रहे हैं, जो विपक्ष या फिर संगत होने नहीं देगी क्यूंकि उनका चेहरा संगत के सामने बेनक़ाब हो चुका है. दूसरी ओर इस मामले में सुखविंदर सिंह राजू ने भी चुप्पी तोड़ी और सफाई दी. चूंकि राजू उस वक्त मंटू टीम में शामिल थे और उनका भी हस्ताक्षर एग्रीमेंट पर है.
वहीं इस पूरे मामले में निशान सिंह की टीम से बागी हुए जोगिंदर सिंह जोगी ने बड़ा हमला करते हुए कहा कि निशान सिंह एक नंबर के झूठे हैं. वह संगत को गुमराह कर रहे हैं और आपसी भाईचारा खराब कर रहे हैं, जो आजतक साकची गुरुद्वारा के विगत चुनाव में नहीं हुआ. उनसे हिसाब मांगा गया, जो उन्होंने आजतक नहीं दिया. वैसाखी में संगत को और हिसाब बताया और फिर उनके लोग कहते फिर रहे हैं कि तीन साल में छह करोड़ की आमदनी हुई. तो फिर चार करोड़ का हिसाब कहां है इसका जवाब निशान सिंह दें. वह और उनकी टीम यह चाहती है कि विपक्ष कोई गलती करे जिससे चुनाव लंबित हो जाये, लेकिन हमारी विपक्ष की टीम इतनी मजबूत है और इसमें शामिल लोग सूझवान है कि वह विवाद नहीं चाहते सिर्फ चुनाव चाहते हैं.