• चापाकल खराब होने से पानी की भारी कमी, स्थानीय प्रशासन से समाधान की मांग

फतेह लाइव, रिपोर्टर

ओरदाना पंचायत के घासी टोला में पानी की गंभीर समस्या से जूझ रहे ग्रामीणों ने सरकार और प्रशासन के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया. दर्जनों महिलाएं, पुरुष और छोटे बच्चे चिल्ला-चिल्लाकर अपनी मांग रख रहे थे कि उन्हें पानी चाहिए. ग्रामीणों ने पानी की समस्या को लेकर हेमंत सरकार, जल मंत्री और पीएचडी विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. यहां के लोग एक चापाकल के खराब होने से महीनों से पानी के लिए परेशान हैं, और अब स्थिति इतनी खराब हो गई है कि उन्हें एक किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ रहा है.

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चापाकल के खराब होने से रोजमर्रा की जिंदगी हुई मुश्किल

घासी टोला में लगभग 100 से अधिक घरों में पेयजल संकट पैदा हो गया है. स्थानीय निवासी जमुनिया देवी ने बताया कि हमलोगों को पानी पीने के लिए दूसरे लोगों के कुएं से पानी लाना पड़ता है, और कई बार वे लोग भी मना कर देते हैं क्योंकि उनके कुएं का पानी भी सूख चुका है. उन्होंने कहा, “हम लोग महीनों से पानी के बिना जी रहे हैं, और हमारी स्थिति बेहद दयनीय हो गई है.” यहां के लोग जलसहिया से पानी का पैसा ₹62 प्रति माह देते हैं, लेकिन पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है.

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जलसहिया से पानी की आपूर्ति का वादा, फिर भी हालत जस की तस

ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि जल नल योजना के तहत जो पानी का कनेक्शन दिया गया था, वह पूरी तरह से व्यर्थ साबित हो रहा है. यदि पानी चलता भी है, तो एक बाल्टी भरने में घंटों का समय लग जाता है और फिर कुछ ही दिनों में सप्लाई बंद हो जाती है. इस समस्या के समाधान के लिए वार्ड, मुखिया और पेयजल विभाग को कई बार अवगत कराया गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई. गांववालों ने चेतावनी दी है कि यदि जल आपूर्ति की समस्या का स्थायी समाधान नहीं हुआ, तो वे तेनु-पेटरवार रोड को जाम कर देंगे.

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समस्या के समाधान के लिए विभाग और सरकार की जवाबदेही की मांग

महिलाओं ने इस मौके पर यह भी कहा कि उन्हें किसी भी सरकारी योजना का लाभ नहीं चाहिए, उन्हें केवल पीने के लिए पानी चाहिए. यदि उनकी मांगों को अनसुना किया गया तो वे सड़क जाम करने के लिए मजबूर हो जाएंगे. इस मौके पर मालती देवी, सबली देवी, संजीत देवी, अनीता देवी, किरण देवी, तरणी देवी, सुमन देवी, दुलारी देवी, बसंती देवी, उर्मिला देवी, सुमित्रा देवी, सीमा देवी, मुद्रिका देवी, जिरवा देवी, आरती देवी, ज्योति देवी, जुगनी देवी, रोशनी देवी, देवंती देवी सहित अन्य ग्रामीण मौजूद थे.

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