जमशेदपुर।
केंद्र में मोदी सरकार ने 9 साल पूरे कर लिए हैं. मोदी सरकार ने जनहित में कोई काम नहीं किया और अभी तक कोई भी वादे पूरे नहीं हुए. नरेंद्र मोदी ने देश के सामने वादा किया था कि स्विस बैंक में जमा काले धन वापस लाएंगे. देश में 100 स्मार्ट सिटी बनाएंगे. हर साल 2 करोड़ युवाओं को नौकरी देंगे. प्रधानमंत्री ने कहा था बेघर लोगों को 22 तक पक्का मकान देंगे. गंगा की सफाई होगी. इस तरह कई वादे मोदी ने किये थे, जो 9 सालों में पूरा नहीं कर सकें. मोदी सरकार के 9 साल पूरा होने पर राजद नेता व अधिवक्ता सुधीर कुमार पप्पू ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नाक के नीचे से कई बैंकों को हजारों हजार करोड़ का चूना लगाकर नीरव मोदी, विजय माल्या और कई लोग देश छोड़कर फरार हो गये और इंग्लैंड में बैठा है. मोदी जी को हिम्मत नहीं है कि इस संदर्भ में ब्रिटेन की सरकार से बात करें. काला धन वापसी मामले पर मोदी सरकार की बोलती बंद है. प्रधानमंत्री ने गरीबों को मदद करने के बजाय अंबानी और अडानी को लाखों करोड़ का टैक्स माफ कर दिया. अडानी के पास 20000 करोड़ किसका है, इस पर कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने मीडिया के समक्ष खुलेआम कहा कि वह पैसा नरेंद्र मोदी का है.
इस पर मोदी ने कोई खंडन नहीं दिया. मोदी सरकार के 9 सालों में समाज में सांप्रदायिकता के आधार पर नफरत फैलाई गई. भाई भाई में संघर्ष करवाया गया और देश में एक अजीब तरह का माहौल भाजपा और सरकार की ओर से बनाया गया. युवतियों और महिलाओं के साथ गलत व्यवहार करने वाले को सरकार ने बचाया. इस तरह हर मोर्चे पर मोदी सरकार विफल रही. इसी कारण देश में मोदी और भाजपा के खिलाफ माहौल है. इसका उदाहरण कर्नाटक का विधानसभा चुनाव है. कर्नाटक विधानसभा चुनाव में 30 सीटों पर भाजपा प्रत्याशी की जमानत जब्त हो गई. आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा और मोदी सरकार का पतन होना तय है. साथ ही जो वादा खिलाफी युवाओं, जनता के साथ की है. देश को चूना लगाया गया है. ऐसे में मोदी सरकार के नौ साल काले अक्षरों में लिखे जायेंगे.