फतेह लाइव, रिपोर्टर.
सीतारामडेरा स्थित शहीद बाबा दीप सिंह गुरुद्वारा के प्रति शहर और आसपास के शहरों की संगत के प्रति जो आस्था बनी है. गुरुद्वारा कमेटी के बीच चल रही खींतचान के बीच वह तार-तार हो रही है. सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी भी गुरुद्वारों की गुटबाजी में विवाद को निपटाने में असफल साबित हो रही है, जिसकी समाज में निंदा होनी शुरू हो गई है. मंगलवार को फिर गुरुद्वारा परिसर में हुआ एक घटनाक्रम इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है, जिसे लेकर प्रधान हरजिंदर सिंह को थाना की शरण में इंसाफ के लिए जाना पड़ा.
अविनाश गुट ने प्रधान की गैर मौजूदगी में खोली गोलक, हंगामा
गत सितंबर 2023 में सीतारामडेरा गुरुद्वारा में चल रहे विवाद के बीच सीजीपीसी के हस्तक्षेप के बाद एक समझौते के तहत हरजिंदर सिंह को प्रधान नियुक्त किया गया था. जहां अविनाश सिंह को महासचिव बनाते हुए यह करार हुआ था कि तीन साल के बाद अविनाश सिंह प्रधान होंगे. उसके बाद कुछ दिनों तक सब कुछ ठीक चला, लेकिन बाद में अविनाश सिंह ने समानांतर कमेटी बना ली और प्रधान की अनदेखी की जाने लगी, जिसके बाद फिर विवाद गहरा गया है. गोलक खोलने में भी प्रधान को नजर अंदाज किया गाय. जब शाम को यहां प्रधान पहुंचे तो सीजीपीसी के दो वरीय पदाधिकारियों को देखकर वह गुस्से में आ गए. तब वहां विवाद बढ़ गया. दूसरे गुट ने प्रधान के साथ बदसलूकी की. मामला बढ़ता देख सीजीपीसी प्रधान भगवान सिंह को यहां आना पड़ा. यह पूरी घटनाक्रम सीसीटीवी में कैद हो गई है. वहीं, प्रधान का आरोप है कि दूसरे पक्ष ने जो सीसीटीवी पेश की है. वह एडिट की गई है.
प्रधान पद की मर्यादा बचाने के थाना की शरण गए हरजिंदर
दूसरी ओर, इस घटनाक्रम के बाद अपने ऊपर लगे दाग व विरोधियों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए प्रधान सीतरामडेरा थाना की शरण में गए. उन्होंने महासचिव अविनाश सिंह और कैशियर सरबजीत सिंह पर आरोप लगाया है कि वह भ्रष्टाचार में संलिप्त हो गए हैं. सीजीपीसी के आदेश के विरुद्ध उनके द्वारा समानांतर कमेटी बनाई गई. पिछले दिनों फरवरी माह में हुए सालाना समागम का भी इन्होंने गलत आय व्यय प्रस्तुत किया. उनके द्वारा प्रदर्शित किये गए ब्यौरे से संगत असंतुष्ट है. यही नहीं एक रिपोर्ट को महासचिव ने सूचना बोर्ड से उखाड़ दिया. गुरुद्वारा के बैंक खातों से निकासी की जा रही है. संगत के दान को व्यक्तिगत लाभ लिया जा रहा है. बाहरी लोगों को लाकर अविनाश सिंह जान मारने की धमकी दे रहे हैं.
क्या है पिस्टल का सच
सीतारामडेरा गुरुद्वारा की संगत में इन दिनों एक पिस्टल का जिन्न निकला हुआ है. उसे लेकर भी विवाद बना हुआ है. गत दिनों सीजीपीसी के साथ हुए समझौते के बाद निकले इस जिन्न की सच्चाई को जानने के लिए संगत इच्छुक है. जल्द ही फतेह लाइव की टीम इस जिन्न को बोतल से बाहर निकालेगी.
किसी भी प्रधान के साथ अविनाश की नहीं बनी : प्रधान
विवादों के बीच प्रधान हरजिंदर सिंह अब अपना अधिकार लेने के लिए प्रयासरत हैं. उन्होंने कहा कि सीजीपीसी के साथ हुए समझौते के तहत वह प्रधान है. अविनाश सिंह ने 26 मार्च को कहा कि वह मुझे प्रधान नहीं मानते. प्रधान ने बताया कि वह खर्च को अपने कार्यकाल में आधे में लेकर आ गए हैं और आय दुगनी हो गई हैं. ये बातें विरोधी पचा नहीं पा पा रहे हैं. इसी को लेकर विवाद है. अविनाश सिंह जिस प्रधान के साथ भी रहे उनसे उनकी नहीं बनी. सीजीपीसी के कुछ पदाधिकारी आखिर किस प्रलोभन में आकर अविनाश का साथ दे रहे हैं. यह तो वही जानते हैं. मेरा प्रयास रहा है कि गुरुद्वारा में अच्छा माहौल बने. अविनाश कर्मचारियों के साथ दुवर्यवहार करते हैं. एक वरीय अधिकारी के भाई के साथ भी हाथापाई की गई. केवल और केवल निजी लाभ के लिए यह विवाद उत्पन्न कर रहे हैं.
जल्द होगा सीतारामडेरा के विवाद का निपटारा : भगवान सिंह
उधर, सीतारामडेरा गुरुद्वारा में चल रहे विवाद को लेकर सीजीपीसी प्रधान भगवान सिंह ने कहा कि जल्द ही विवाद का निपटारा हो जाएगा. इसके लिए हम लगातापर प्रयासरत हैं. एक पदाधिकारी की बेटी के शादी समारोह को लेकर आपस में बैठक नहीं हो पाई है. जल्द ही वहां संगत कोक अच्छा माहौल देने का कार्य सीजीपीसी करेगी.