फतेह लाइव, रिपोर्टर

जिले के चाकुलिया प्रखंड के मटियाबांधी पंचायत में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र निर्गत करने के मामले में पुलिस और प्रशासन ने मिलकर अब तक की जांच और कार्रवाई की जानकारी प्रेस वार्ता में दी. जिला दंडाधिकारी अनन्य मित्तल और वरीय पुलिस अधीक्षक किशोर कौशल ने बताया कि यह मामला शिक्षा के अधिकार अधिनियम (RTE) के तहत विद्यालयों में बीपीएल बच्चों के नामांकन के लिए जमा किए गए जन्म प्रमाण पत्रों की जांच के दौरान सामने आया. जांच टीम ने पाया कि मटियाबांधी पंचायत से 4567 जन्म प्रमाण पत्रों का निर्गमन हुआ था, जिनमें से 4281 प्रमाण पत्र फर्जी थे. इसके बाद कार्रवाई करते हुए इस गिरोह के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई है.

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आगे जानकारी देते हुए उपायुक्त अनन्य मित्तल ने कहा कि इस जांच के दौरान यह भी पता चला कि इन फर्जी प्रमाण पत्रों का उपयोग विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ लेने और पासपोर्ट, आधार जैसे दस्तावेज बनाने के लिए किया गया था. इन फर्जी प्रमाण पत्रों की सूची संबंधित विभागों और एजेंसियों को भेज दी गई है, ताकि जल्द ही उचित कार्रवाई की जा सके. इसके साथ ही फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. इस मामले में मटियाबांधी पंचायत सचिव सुनिल महतो और प्रज्ञा केंद्र संचालक सपन महतो के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.

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इसके बाद पुलिस ने छापेमारी करते हुए पंचायत सचिव और प्रज्ञा केंद्र संचालक सहित पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से फर्जी प्रमाण पत्र बनाने के उपकरण भी जब्त किए गए हैं. गिरफ्तार आरोपियों में मटियाबांधी पंचायत सचिव सुनिल महतो, VLE सपन कुमार महतो, मलकुण्डी पंचायत के VLE शिवम डे, हारिश कुमार प्रमाणिक और आरिफ आलम शामिल हैं. पुलिस ने इन आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है और बाकी अभियुक्तों की तलाश जारी है.

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प्रेस वार्ता में वरीय पुलिस अधीक्षक किशोर कौशल ने बताया कि इस फर्जीवाड़े के अंतर्गत और भी लोगों के शामिल होने की संभावना है. उन्होंने कहा कि पूरे मामले की गहन जांच की जा रही है और संबंधित विभागों से समन्वय कर सभी फर्जी प्रमाण पत्रों की पहचान की जाएगी. इसके अलावा उन्होंने कहा कि सभी 11 प्रखंडों में इस तरह की जांच का निर्देश दिया गया है और अगर कोई और फर्जी प्रमाण पत्र बनाने का कार्य कर रहा है तो उसकी भी पहचान कर उसे कानून के तहत सजा दिलवायी जाएगी. उन्होंने सभी विभागों से अपील की कि इस मामले में मिली जानकारी के आधार पर कार्रवाई में सहयोग करें.

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फर्जी प्रमाण पत्रों के मामले में गिरफ्तार आरोपियों के पास से जब्त की गई सामग्रियों में मटियाबांधी पंचायत कार्यालय से एक CPU, एक मोनिटर और एक प्रिंटर शामिल हैं. इसके अलावा, अन्य अभियुक्तों के पास से विभिन्न मोबाइल फोन और लैपटॉप भी जब्त किए गए हैं, जो इस फर्जीवाड़े में इस्तेमाल किए गए थे. पुलिस अधीक्षक ने कहा कि छापेमारी और जांच जारी रहेगी और जो भी इस घोटाले में शामिल होंगे, उन सभी को पकड़ा जाएगा. उन्होंने यह भी बताया कि इस घटना से प्रशासन और पुलिस के साथ-साथ जनता को भी चेतावनी मिली है कि ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके.

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