जमशेदपुर।
झारखंड सिख विकास सभा के केंद्रीय अध्यक्ष सरदार गुरदीप सिंह पप्पू ने कहा कि पटना के कुछ दो चार सिख पूरे सिख समुदाय की छवि को धूमिल करने में लगे हुए हैं. अपने फायदे के लिए कौम और पंथ की एकता को तोड़ रहे हैं. उनकी साजिश का मुंहतोड़ जवाब सरकार एवं न्यायपालिका के स्तर से दिया जाएगा. गुरदीप सिंह पप्पू ने सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान सरदार भगवान सिंह, रामगढ़ के सरदार इंदरजीत सिंह रांची के गुरविंदर सिंह सेठी एवं धनबाद के सेवा सिंह से आगे आने की अपील की है. उनके अनुसार सभी गुरुद्वारों को एक छतरी के नीचे आने की जरूरत है और झारखंड के हक को बरकरार रखने के लिए हर उपाय किए जाने चाहिए. जिस तरह का सहयोग उन्हें चाहिए वह हर तरह से देने को तैयार हैं. तख्त श्री हरमंदिर साहिब पटना गुरु गोविंद सिंह जी की जन्म स्थली के प्रबंधन कमेटी में जो हमारी हिस्सेदारी है उसे कोई नहीं छीन सकता है. गुरु गोविंद सिंह पंथ के पिता हैं और हम उनकी संतान हैं और उस पहचान और मिले अधिकार को कोई छीन नहीं सकता है।
झारखण्ड के सिख अपने हक़ के लिए लड़ेंगे: बिल्ला
झारखण्ड सिख प्रतिनिधि बोर्ड के अध्यक्ष गुरचरण सिंह बिल्ला ने भी तख्त श्री हरमिंदर साहिब, पटना के संचालन समिति द्वारा झारखण्ड से सिखों को बहार रखने पर इसे नाइंसाफी करार देते हुए हक़ के लिए लड़ने की बात कही है. बिल्ला ने कहा कि जनसँख्या क्षेत्रफल के हिसाब से झारखंड को मिनी पंजाब कहा जाता है और इस तरह के झारखण्ड के सिखों को वंचित रखना नाइंसाफी है जिसका वे घोर विरोध करते हैं. उन्होंने यह निर्णय लेने वालों को पंथ विरोधी करार दिया है.